हरियाणा सरकार ने 800 मेगावाट बिजली की खरीद के लिए एमबीपीएल के साथ एमओयू
1 min read

हरियाणा सरकार ने 800 मेगावाट बिजली की खरीद के लिए एमबीपीएल के साथ एमओयू

 हरियाणा वासियों को निर्बाध एवं सुचारू रूप से बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में आज हरियाणा सरकार (Haryana Government) ने महानदी बेसिन पावर लिमिटेड (एमबीपीएल) के साथ 800 मेगावाट बिजली की खरीद के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। मुख्यमंत्री  मनोहर लाल की उपस्थिति में हरियाणा की ओर से उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के प्रबंध निदेशक डॉ साकेत कुमार तथा कोल इंडिया लिमिटेड  की ओर से श्री देबाशीष नंदा ने एओयू का आदान-प्रदान किया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज यहां प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एम.सी.एल.) द्वारा ओडिशा में 1600  (2×800 मेगावॉट) मेगावॉट का सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट लगाया जा रहा है। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल उपस्थित थे।

यह भी पढ़े : फारूख अब्दुल्ला के ऐलान से इंडिया गठबंधन में बैचेनी, किसको होगा नुकसान…

मुख्यमंत्री ने कहा कि महानदी बेसिन पावर लिमिटेड (एमबीपीएल) द्वारा ओडिशा में प्रस्तावित अपने इस प्लांट से हरियाणा को 800 मेगावॉट बिजली देने की पेशकश की गई, जिसे स्वीकार करते हुए आज इस संबंध में एमओयू किया गया है। उन्होंने बताया कि इस प्रस्तावित बिजली खरीद के लिए एकल मूल्य (लेवलाइज्ड टैरिफ) 4 रुपये 46 पैसे प्रति यूनिट निर्धारित किया गया है उन्होंने कहा कि प्रदेश में बिजली उपलब्धता बढ़ाने के लिए राज्य सरकार यमुनानगर में भी 800 मेगावाट थर्मल पावर प्लांट लगाने जा रही है, इसके लिए टेंडर किया जा चुका है।  वर्तमान में हरियाणा में बिजली उत्पादन क्षमता 2,582 मेगावाट है और इस नये प्लांट के बनने से हरियाणा की घरेलू ऊर्जा उत्पादन क्षमता 3,382 मेगावाट तक बढ़ जाएगी।

मनोहर लाल ने कहा कि पिछले साढ़े 9 वर्षों में बिजली के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए गए हैं। वर्ष 2014 में प्रदेश में बिजली की मांग 9000 मेगावॉट थी, जो आज बढ़कर 14,000 मेगावॉट हो गई है। बिजली निगमों द्वारा निरंतर बिजली की आपूर्ति की जा रही है।  हाइड्रो तथा सोलर पॉवर से भी बिजली खरीदी जाती है और हरियाणा बिजली के मामले में आत्मनिर्भर है। उन्होंने कहा कि घरेलू बिजली आपूर्ति के मामले में हरियाणा ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है और आज लगभग 5800 गांवों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है।

यह भी पढ़े : ग्रेनो प्राधिकरण का डूब क्षेत्र में चल रहा बुल्डोजर, अवैध निर्माण पर कार्रवाई मगर कालोनाइजरों पर कब…

 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर, बिजली निगमों के अध्यक्ष  पी के दास, सेवा विभाग के आयुक्त एवं सचिव  पंकज अग्रवाल, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आयुक्त एवं सचिव विकास गुप्ता, मुख्यमंत्री की अतिरिक्त प्रधान सचिव श्रीमती आशिमा बराड़, सूचना, लोक संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक मंदीप सिंह बराड़, उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के प्रबंध निदेशक डॉ साकेत कुमार, हरियाणा कौशल रोजगार निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमित खत्री, मीडिया सचिव प्रवीण आत्रेय, चीफ मीडिया कोऑर्डिनेटर, सुदेश कटारिया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

यहां से शेयर करें