Illegal construction in Noida: सेक्टर 104, 105 018 और 110 से घिरी महर्षि आश्रम और यूनिवर्सिटी धीरे धीरे अपना वजूद खोती जा रही है ये कहा जा सकता है कि यूनिवर्सिटी की जमीन पर फ्लैट बनाकर बेचे जा रहे हैं। धीरे धीरे कर महर्षि आश्रम नहीं बल्कि फ्लैटों की सोसायटी वन कर ये जगह सामने आ रही है। इस संबंध में प्राधिकरण के अफसर कहते हैं कि कोर्ट में मामला होने का फायदा उठाकर यही नहीं बल्कि नोएडा के अन्य क्षेत्रों में भी अवैध निर्माण किया जा रहा है। समय समय पर कार्रवाई होती है। उन्होंने कहा जो भी लोग फ्लैट बना रहे हैं, उन पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। दरअसल प्राधिकरण के 50 वें स्थापना दिवस के मौके पर मुख्य कार्यपालक अधिकारी व अन्य विभागों के प्रभारी सेक्टर 6 स्थित इंदिरा गाँधी कला केंद्र में पत्रकारों से संवाद कर रहे थे।
शिक्षा और धर्मार्थ कार्यों के लिए प्राधिकरण से ली थी अनुमति
बता दें कि महर्षि आश्रम के अलग अलग ट्रस्ट है जो शिक्षा और धर्मार्थ क्षेत्र में काम करते हैं। महर्षि यूनिवर्सिटी और आश्रम के लिए नोएडा प्राधिकरण से अनुमति ली गई थी लेकिन आज कल यूनिवर्सिटी और आश्रम की बजाय यहाँ ज्यादातर कमर्शियल गतिविधियाँ हो रही है। कहीं मार्केट बन गई है तो कहीं फ्लैट बनाए जा रहे। अब तक हजारों की तादाद में यहाँ फ्लैट बन चुके हैं। जिससे प्राधिकरण का भी सीधे नुकसान हो रहा है। कोई भी बिल्डर प्राधिकरण से जमीन खरीदता है और फिर प्राधिकरण के गुणवत्ता नियमों को पूरा करने के बाद ही फ्लैट बनाता है, लेकिन यहाँ ना तो किसी प्रकार का नक्शा पास हो रहा है और ना ही प्राधिकरण से परमिशन ली गई है। लेकिन हजारों लोगों को फ्लैट बेचे जा रहे हैं। फ्लैट बेचने वाले चले जाएंगे। मगर जब कार्रवाई होगी उन पर जो खरीददार है। वही उसे भुगतेंगे।
क्या कोई भी कर सकता है लैंडयूज चेंज
महर्षि यूनिवर्सिटी की जमीन पर बनाए जा रहे फ्लैट वैध या अवैध ये तो प्राधिकरण के अधिकारी और यहाँ बनाने वाले लोग भली भांति जानते हैं, लेकिन निर्माण में कोई रुकावट नहीं होती तो उसको लेकर जो फ्लैट खरीदार है वे लोग अपने मन में सोच लेते हैं निर्माण सही हो रहा है। जब फ्लैट बना जाएंगे और लोग बसना शुरू करेंगे, तब प्राधिकरण की नींद टूटेगी और कार्रवाई की जाएगी।
अवैध निर्माण पर योगी सरकार रहती है सख्त
प्रदेश में कई ऐसे उदाहरण देखने को मिले हैं जहाँ अवैध निर्माण करने वालों पर सरकार ने पूरी सख्ती दिखाई है। चाहे मामला वो लखनऊ में बनी कॉलोनी का ही क्यों ना हो। जहाँ हजारों लोग मकान बनाकर रह रहे थे लेकिन प्रशासन और प्राधिकरण ने मिलकर एक ही दिन में सब कुछ ध्वस्त कर दिया।
बरोला में कई इमारतों को तोड़ेगा प्राधिकरण
गांव बरौला में नोएडा प्राधिकरण अवैध निर्माण करने वालों को बार बार नोटिस भेज रहा है। अवैध निर्माण करने वाले भूमाफिया नोटिसों को नजरंदाज करके निर्माण कार्य बादस्तूर जारी रखते हैं लेकिन सीईओ लोकेश एम ने कहा है कि किसी को बख्शा नहीं जाएगा।