Covid cases increasing in Noida: नोएडा में एक बार फिर कोरोना की रफ्तार बढने लगी है। पूरे जिले में कोरोना संक्रमित पेसेट्स की संख्या बढ़ती ही जा रही है। इस साल का सबसे ज्यादा कोरोना केस बीते दिन शुक्रवार को सामने आए। वैसे तो स्वास्थ्य विभाग ने 19 लोगों में कोविड संक्रमण की पुष्टि की। इनमें 10 पुरुष और 9 महिलाएं शामिल हैं। अब मरीजों की संख्या 43 पहुंच गई है। इनमें से 21 पुरुष और 22 महिलाएं हैं। सभी होम आइसोलेशन किया गया हैं, जिनमें एक हफ्ते पहले कोविड की पुष्टि हुई थी, उनकी दोबारा जांच कराई जा रही है।
एसीएमओ का बयान
इस संबंध में एसीएमओ डॉ. टीकम सिंह ने बताया कि मरीज सर्दी, जुकाम, गले में दर्द की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचे थे। जांच में कोविड की पुष्टि हुई। निजी अस्पतालों ने पोर्टल पर मरीजों की जानकारी दी थी। उसके बाद उनसे संपर्क किया गया। संदिग्ध मरीजों के सैंपल जिला अस्पताल में लिए जा रहे हैं। जांच चाइल्ड पीजीआई में की जा रही है।
मरीजों पर स्वास्थ्य विभाग की टीम रखेगी नजर
एसीएमओ ने कहा कि फिलहाल सभी मरीज होम आइसोलेशन में हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम उन पर नजर बनाए हुए हैं। विभाग की ओर से फोन करके उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी भी ली जा रही है। इन मरीजों से ट्रेवल हिस्ट्री और संपर्क में आए लोगों के बारे में पूछा जा रहा है। यदि किसी अन्य मरीज में लक्षण दिखते हैं तो उनकी भी जांच तुरंत कराई जाएगी। हालांकि लोगों को बहुत ज्यादा डरने की जरूरत नहीं है, केवल सावधानी बरतें।
ऑक्सीजन प्लांट की स्थिति देखने को मॉक ड्रिल आज
कोरोना महामारी के दौरान आॅक्सीजन की मारामारी को देखते हुए अब स्वास्थ्य विभाग पहले से ही अलर्ट है। ऑक्सीजन प्लांट की स्थिति को परखने के लिए आज मॉक ड्रिल हो रहा है। इसके लिए सात टीम गठित क गई है। ये टीमें अलग-अलग केंद्रों प जाकर ऑक्सीजन प्लांट का जायज लेंगी और शासन को रिपोर्ट सौपेंगी। राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम की जिला सलाहकार डॉ. श्वेता खुराना बताया कि जिला अस्पताल, चाइल पीजीआई, ईएसआईसी, राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान और सामुदायि स्वास्थ्य केंद्र जेवर, दादरी और बिसरख में प्लांट का संचालन दे जाएगा। जहां-जहां कमियां होंगी दूर किया जाएगा।