कमिश्नरेट पुलिस का कमालः नोएडा पुलिस प्रदेश में आईएसओ सर्टिफाइड पाने वाली पहली पुलिस, इन थानों ने किया ऐसा काम

Noida Police Got ISO certified। पुलिस सेवा के अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप पाए जाने पर गौतमबुद्घनगर कमिश्नरेट के पांच और थानों को आईएसओ सर्टिफाइड घोषित किया गया है। आईएसओ प्रदाता कंपनी की तरफ से बृहस्पतिवार को कोतवाली सेक्टर 39, 49, 58, बिसरख और बीटा टू  के थानाध्यक्षों व संबंधित डीसीपी को सर्टिफकेट दिया गया। इस मौके पर पुलिस कमिश्नर ने अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बेहतर पुलिस सिस्टम बनाने की बात कही।
सेक्टर-108 स्थित पुलिस कमिश्नरेट मुख्यालय में बृहस्पतिवार को आयोजित कार्यक्रम में कोतवाली सेक्टर 39 के प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र कुमार सिंह, सेक्टर 49 के प्रभारी निरीक्षक अनुज कुमार सैनी, सेक्टर 58 के प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार, बिसरख के प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह और बीटा टू के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार को आईएसओ सर्टिफिकेट दिया गया।
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बताया कि आम लोगों को प्रदान की जाने वाली पुलिस सेवा, जन शिकायतों के समयबद्ध निवारण व प्रशासनिक व्यवस्था के स्तर को बेहतर बनाने के लिए एक एसओपी बनाई गई थी। इसी क्रम में इन पांचों थानों के कार्यालय, सीसीटीएनएस, आईजीआरएस, मालगृह, जीडी, पासपोर्ट, डाक सेक्शन, आर्म्स रखरखाव, साइबर डेस्क, महिला हेल्प डेस्क से लेकर सिटीजन चार्टर का प्रभावी क्रियान्वयन कराया गया।   इसके बाद आईएसओ प्रदाता फर्म की टीम ने गहन समीक्षा और आॅडिट की। इसके बाद इन थानों को आईएसओ सर्टिफिकेशन दी गई। इस मौके पर कंपनी के अधिकारी ने बताया कि आईएसओ सर्टिफिकेशन के जो अंतर्राष्ट्रीय प्रोटोकॉल हैं। इसके अनुरूप पांच थाने पाए गए। इसके बाद कंपनी की तकनीकी कमिटी ने क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम के लिए यह प्रमाण पत्र जारी किया है। इस अवसर पर जॉइंट पुलिस कमिश्नर राजीव नारायण मिश्रा, जॉइंट पुलिस कमिश्नर अजय कुमार आदि अधिकारी मौजूद थे।


नोएडा कमिश्नरेट व तीन थाने पहले से आईएसओ सर्टिफाइड
नोएडा कमिश्नरेट पहले से ही आईएसओ सर्टिफाइड है। वही कमिश्नरेट के तीन थाने कोतवाली एक्सप्रेस वे, बादलपुर और नॉलेज पार्क को पहले ही यह सर्टिफिकेट मिल चुका है। इस सर्टिफिकेट को प्राप्त करने वाला नोएडा कमिश्नरेट प्रदेश का पहला कमिश्नरेट है। वहीं अब आठ थानों को भी एक जिले में पहली बार आईएसओ सर्टिफिकेशन मिला है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अन्य थानों को भी इस तरह का बनाया जाएगा और पुलिसकर्मियों को भी बेहतर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इन बिंदुओं का रखा गया ध्यान
आधार भूत संरचना, गुणवत्ता प्रबंधन, थाना कार्यालय प्रक्रिया, कानून व्यवस्था, अपराध नियंत्रण, आपातकालीन स्थिति में त्वरित जवाबदेही, नए कानूनों का प्रभावी ढंग से अनुपालन, सिटीजन चार्टर का प्रभावी क्रियान्वयन।

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