new delhi news दिल्ली में अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन का अभियान तेज होता जा रहा है। सोमवार को दक्षिण पूर्वी दिल्ली के तैमूर नगर स्थित नाले के पास अतिक्रमण हटाने की बड़ी कार्रवाई की गई, जिसमें सौ से अधिक अवैध मकानों और डेयरियों को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया। यह अभियान दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए), नगर निगम (एमसीडी), दिल्ली पुलिस और अन्य विभागों के सहयोग से संचालित किया गया। मंगलवार को भी कार्रवाई जारी रही।
मंगलवार को डीडीए की टीम सुबह 10:30 बजे बुलडोजर के साथ तैमूर नगर पहुंची। नाले के नौ मीटर के दायरे में बने अवैध निमार्णों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू की गई। दिन भर चली इस कार्रवाई में तीन से अधिक मकानों को ध्वस्त कर दिया गया। नाला तैमूर नगर से खिजराबाद मेन रोड तक फैला हुआ है, और खिजराबाद क्षेत्र में भी कुछ निमार्णों को निशाना बनाया गया।
निवासियों ने रखीं दो मुख्य मांगें
अवैध निर्माण गिराए जाने से प्रभावित निवासियों में आक्रोश देखा गया। कपासिया मोहल्ला के प्रधान सुरेंद्र सिंह ने बताया कि क्षेत्रवासियों ने बैठक कर अपनी दो प्रमुख मांगें प्रशासन के सामने रखी हैं। पहली, उन्हें उनके तोड़े गए मकानों के बदले मुआवजा दिया जाए और दूसरी, उन्हें रहने के लिए किसी अन्य स्थान पर प्लॉट उपलब्ध कराया जाए। सुरेंद्र सिंह ने यह भी कहा कि वे इस मुद्दे को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर करेंगे।
नाले की सफाई और विस्तार पर फोकस
अतिक्रमण हटाने की इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य मानसून से पहले नाले की सफाई और उसका विस्तार करना है। डीडीए और नगर निगम अब इस कार्रवाई की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेंगे। इसके आधार पर तय समय सीमा में नाले से गाद निकालने, आसपास का कचरा हटाने और पानी के प्रवाह को सुगम बनाने का कार्य किया जाएगा। मानसून के दौरान जलभराव की समस्या न हो, इसके लिए नाले का विस्तार भी किया जाएगा।
कार्रवाई से पहले दिया गया था नोटिस
डीडीए अधिकारियों ने जानकारी दी कि जिन अवैध निमार्णों को गिराया गया है, उनके मालिकों को पहले ही नोटिस जारी किए गए थे। यह पूरी कार्रवाई दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के अनुरूप की गई है। अधिकारियों का कहना है कि अब जब अतिक्रमण हटा दिया गया है, तो सफाई का कार्य और अधिक प्रभावी तरीके से पूरा किया जा सकेगा। इसके लिए आधुनिक मशीनों की मदद ली जाएगी।
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