Noida News: उत्तर प्रदेश का सबसे विकसित जिला कहे जाने वाला गौतमबुद्धनगर आजकल बिजली विभाग की लापरवाही के कारण गंभीर खतरे से जूझ रहा है। जिले में कई जगह झुके हुए बिजली के पोल और झूलते तार लोगों की जान के लिए खतरा बन चुके हैं, लेकिन विभागीय उदासीनता के चलते अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
सेक्टर-80, फेज-2 के ए-ब्लॉक 142 के पास एक बिजली का पोल कई महीनों से झुका हुआ है। बारिश के मौसम में यह कभी भी गिर सकता है, जिससे बड़ा हादसा हो सकता है। इस रास्ते से प्रतिदिन सैकड़ों कर्मचारी और स्थानीय निवासी गुजरते हैं, लेकिन बिजली विभाग ने इसे नजरअंदाज कर रखा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि विभागीय कर्मचारी रोज इसी मार्ग से गुजरते हैं, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। सवाल उठता है कि क्या विभाग किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहा है?
पिछले दिनों हो चुकी हैं कई जानलेवा घटनाएं
27 मई: ग्रेटर नोएडा के अंसल गोल्फ लिंक-2 में एक इलेक्ट्रीशियन जयदेव की करंट लगने से मौत हो गई थी। वह एक सोसाइटी में पैनल बॉक्स की मरम्मत कर रहा था।
25 जून: ग्रेटर नोएडा के एक औद्योगिक क्षेत्र में 11 केवी लाइन का केबल टूटकर गिर गया, जिससे एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई।
30 जून: दनकौर के दौला रजपुरा गांव में खेत में काम कर रहे किसान सतीश की करंट लगने से मौत हो गई। उसकी बेटी भी गंभीर रूप से झुलस गई। खेत में भरे पानी में ट्रांसफार्मर से करंट उतर आया था।
जनता में रोष, जिम्मेदार चुप
इन घटनाओं ने बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। लोगों में आक्रोश है, लेकिन अब तक कोई ठोस जवाबदेही तय नहीं की गई है। जानकारों का मानना है कि यदि समय रहते जर्जर पोल और तारों की मरम्मत न की गई, तो आगे और भी बड़े हादसे हो सकते हैं।
Noida News: बिजली विभाग की लापरवाही बन न जाए जानलेवा झुके पोल और झूलते तार बन रहे खतरे की वजह
