इस किताब को पढ़ लेंगे तो सीख जाएंगे कर्मचारियों को कंपनी का वफादार कैसे बनाना है…
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इस किताब को पढ़ लेंगे तो सीख जाएंगे कर्मचारियों को कंपनी का वफादार कैसे बनाना है…

आज कल बड़ी बड़ी कंपनियों में देखने को मिल रहा है कि मैनेजमेंट और कर्मचारियों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इस तनाव को कैसे कम करें, इसको लेकर लोग तरह तरह की चर्चाएं करते हैं। लेख लिखते हैं मगर समस्या की जड़ का समाधान कैसे हो इस पर बहुत ज्यादा बात नहीं होती लेकिन शशी टेस्टि नेशन करियर की फाउंडर एवं सीईओ डॉ. मलिका नंदा ने किताब लिखी है। जिसमें उन्होंने अलग अलग सर्वे और स्टडी के माध्यम से जो पाया उसे उकेर दिया। इसके अलावा किस तरह से कर्मचारियों को मोटिवेट किया जाए। जिससे वे कंपनी के प्रति जवाबदेह तो बने और वफादारी पूरी तरह निभाएं। किताब की लेखिका डॉ. मलिका नंदा बताया की उन्होंने जो किताब लिखी है। उसमें एक्सवाईजेड कैटेगरी बर्नाइ है। एक्स कैटेगरी वे हैं जो 65 प्लस उम्र के लोग हैं। वाई कैटगरी उससे कम उम्र के हैं जबकि जेड कैटेगरी में आज के यूथ को रखा गया है। उन्होंने कहा कि इस किताब के जरिए विभिन्न कंपनी के एचआर के लोग अपनी कंपनी में कर्मचारियों को मोटिवेट कर सकते हैं। जो भी किताब में लिखा गया है वो एक बड़े एक्सपीरियंस के साथ लिखा है और अलग अलग उम्र के लोगों से बातचीत की गई। सबसे ज्यादा नवयुवकों में देखा गया कि वो जल्द से जल्द बहुत कुछ करना चाहते हैं। ऐसे में उनको टैकल करना अपने आप में एक चुनौती है। उससे कैसे निपटा जाए इस बारे में भी इस किताब में सुझाव लिखे गए हैं।

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डॉ. मलिका नंदा का परिचय
डॉ. मलिका नंदा एक आंतरिक और बाहरी संचार विशेषज्ञ हैं और उन्होंने कई कॉर्पोरेट फर्मों को ब्रांड छवि प्रबंधन समाधान प्रदान किए हैं जिसके परिणामस्वरूप प्रतिभा को सफलतापूर्वक आकर्षित करने और बनाए रखने और ब्रांडों के लिए वकालत पैदा करने में मदद मिली है।

डॉ. मलिका नंदा 2023 और 2024 में लगातार दो बार ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी पुरस्कार विजेता रही हैं। उन्हें कैरियर सलाहकार सेवाओं में उत्कृष्टता के लिए नेल्सन मंडेला लीडरशिप अवॉर्ड 2023 और सैड बिजनेस स्कूल, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा पीटर ड्रकर मैनेजमेंट एक्सीलेंस अवॉर्ड 2024 से सम्मानित किया गया।

भारत और कुछ विकासशील देशों में प्रबंधन अध्ययन और युवाओं की नवीन शिक्षा और विकास में उनके योगदान के लिए उन्हें यूके, यूएसए और यूएई से कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। उनकी हाल ही में लिखी गई किताब बॉन्डिंग विद जेन जेड / वर्क 2024 में सबसे ज्यादा बिकने वाली किताबों में से एक बन गई है। यह किताब 10 मई 2024 को सैड बिजनेस स्कूल, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में लॉर्ड मेयर और ऑक्सफोर्ड, यूके के शेरिफ द्वारा लॉन्च की गई थी। यह पुस्तक अब कई विश्वविद्यालयों और संस्थानों के पुस्तकालयों में है।

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क्या कहती है किताब
यह पुस्तक बॉन्ड कॉर्पोरेट फर्मों को कार्यस्थल में जेनरेशन जेड (जेन जेड) के साथ व्यवहार करने की आवश्यकता के बारे में है, ताकि उन्हें समझा जा सके और उन्हें प्रेरित, खुश और कुशल रखा जा सके, जिससे नियोक्ता के रूप में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन प्राप्त हो सके। सुपर नियोक्ता सुपर कर्मचारी बनाते हैं। जेन जेड को रोजगार देने वाली कंपनियों में एचआर और बिजनेस प्रमुखों के लिए यह एक आवश्यक संदर्भ पुस्तक है।
उद्योग और शिक्षा जगत में उनके 30 वर्षों के अनुभव के साथ। वह वर्तमान में एक ग्लोबल करियर एडवाइजरी फर्म की संस्थापक और सीईओ, एक बेहद प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में प्रबंधन और कौशल प्रोफेसर, एक लेखिका और पूरे भारत में युवाओं की मदद करने वाली एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। वह 2025 तक 10 लाख ग्रामीण वंचित युवाओं के जीवन में बदलाव लाने के अपने मिशन के साथ अजेय हैं। उन्होंने डेस्टिनेशन करियर पैन इंडिया की अपनी टीम के साथ 2019 से 5.8 लाख (कोविड-19 के कारण धीमा) हासिल किया है।

 

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