Haryana News: पहली ही बैठक में मंत्री राव नरबीर ने अफसरों को दिखाए तेवर
- अधिकारी बनके आते हो गुरुग्राम लूट के चले जाते हो
- गुरुग्राम की बदहाली पर अफसरों को खूब लताड़ा
Haryana News: गुरुग्राम। हरियाणा में मंत्री के रूप में 17 को शपथ, 18 को कार्यभार संभाला और 19 को गुरुग्राम में अधिकारियों को पहली ही बैठक में कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने तेवर दिखा दिए। गुरुग्राम की बदहाली पर उन्होंने अफसरों की खूब क्लास लगाई। साफ कह दिया कि भ्रष्टाचारियों का यहां काम नहीं। या तो यहां नरबीर रहेगा या आप लोग रहेगा।
कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह द्वारा शनिवार को लघु सचिवालय में अधिकारियों की बैठक का एक वीडियो सामने आया। वीडियो में मंत्री राव नरबीर सिंह जिस तरह से अधिकारियों की क्लास लगा रहे हैं, वह अधिकारियों को बड़ा संदेश है। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मंत्री अधिकारियों को साफ संदेश इस बैठक में दे गए। उन्होंने कहा कि कि कहां तक रोऊं आप लोगों को। अधिकारी बनके आते हो, लूट के गुडग़ांव चले जाते हो। उन्होंने भ्रष्ट अधिकारियों को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि कोई अधिकारी पैसे लेगा, अंदर कराऊंगा और पैसे वसूल करूंगा। उन्होंने कहा कि किसी अधिकारी की शिकायत आ गई तो मेरे से बुरा कोई नहीं होगा। दीवाली तक का टाइम है। अपने आकाओं से बात कर लो। नरबीर सिंह से कोई बचाने वाला नहीं होगा।
Haryana News:
Jharkhand Assembly Election: भाजपा की केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि या तो नरबीर मंत्री रहेगा या आप लोग यहां रहोगे। ऐसा बर्दाश्त नहीं करूंगा। सब लोग गुडग़ांव लूटने के लिए आए हो। कोई काम नहीं है तुम्हारा। गुडग़ांव के हालातों का हवाला देते हुए राव नरबीर सिंह ने कहा कि-बुरा हाल कर दिया है गुडग़ांव का। राव नरबीर सिंह के इन तेवरों को देखते हुए भ्रष्ट अफसरों की जड़ें हिलना स्वाभाविक है। कैबिनेट मंत्री के रूप में उनकी पहली ही बैठक में अधिकारियों को गुडग़ांव के बुरे हालातों पर लताड़ लगाना और भ्रष्टाचार के लिए सीधे प्रहार करना चर्चा का विषय बना रहा। उनकी एक वीडियो मीडिया, सोशल मीडिया पर वायरल होती रही। लोगों भी रोज अधिकारियों को कोसते हैं। गुडग़ांव में स्वच्छता का दिवाला निकला हुआ है। महीनों तक गंदगी सड़ती है। सडक़ें टूटी हैं। किसी अधिकारी की जवाबदेही कभी तय नहीं हुई। ऐेसे अनेक मुद्दे हैं, जो मंत्री बनने से पहले राव नरबीर सिंह के संज्ञान में थे। पावर नहीं होने के कारण वे इस पर कुछ नहीं कर पा रहे थे। अब कैबिनेट में मंत्री बनते ही वे फॉर्म में आ गए।