नई दिल्ली में बवाना में बहने वाली मुनक नहर में गुरूवार सुबह नहाने गए दो भाइयों समेत चार बच्चे डूब गए। बोट क्लब के गोताखोरों ने तलाशी अभियान चलाया तो आधे घंटे के बाद लोनी निवासी समद (13) व सुहैल (13) के शव बरामद कर लिए गए, जबकि लोनी निवासी सगे भाई जावेद (18) और शावेज खान की तलाश की जा रही है।
मिली जानकारी के समद के पिता अब्बास ने बताया कि वह कटेवरा स्थित गोशाला में काम करते हैं। सभी गोशाला में ही रहते हैं। बृहस्पतिवार सुबह समद अन्य लड़कों के साथ खेतों से मवेशियों के लिए चारा लाने गया था। गर्मी होने से सभी नहर में नहाने लगे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इस दौरान एक नाबालिग डूबने लगा। जिसे बचाने के क्रम में सभी गहरे पानी में चले गए। परिजनों ने करीब सवा बाहर बजे पुलिस को घटना की जानकारी दी। करीब आधे घंटे की तलाशी अभियान के बाद समद और सुहैल के शव बाहर निकाले गए। बाहरी उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त निधिन वालसन ने बताया कि दोनों भाइयों की तलाश में बोट क्लब व एनडीआरएफ की टीमें तलाशी अभियान चला रही हैं।
परिवार ने प्रशासन पर लगाए आरोप
बता दें कि पीड़ित परिजनों का कहना है कि सूचना मिलने के बाद पुलिस व दमकल कर्मी मौके पर पहुंच गए, लेकिन गोताखोर व एनडीआरएफ की टीम के नहीं पहुंचने पर तलाशी अभियान देर से शुरू हुआ। जावेद के पिता वकील ने आरोप लगाया कि हादसे के करीब डेढ़ घंटे बाद बोट क्लब के पांच गोताखोर मौके पर पहुंचे तो तलाशी अभियान शुरू हुआ। दोनों बेटों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है।
घर के खर्च में निभाते थे भूमिका परिवार में मातम
हादसे के बाद से परिवार में मातम है। जावेद और शावेज के पिता वकील ने बताया कि बेटे पढ़ने के साथ काम में हाथ बंटाते थे। दोनों बेटे मवेशियों के लिए चारा लाने के लिए घर से निकले थे। बारिश होने से नहर में पानी का स्तर काफी बढ़ गया है। वहीं, समद के पिता अब्बास ने बताया सुहैल उनका भांजा था। स्कूल की छुट्टी होने के बाद वह घूमने के लिए उनके पास आया था। वह समद के साथ मवेशियों के लिए चारा लाने की बात कहकर निकला था।
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