Deoband Sadbhawana Sansad: आजकल देखने में आता है कि धर्म संसद में नफरत के अलावा कुछ ओर बात नही होती। लेकिन जमीयत सद्भावना मंच के तहत देवबंद में सद्भावना संसद में देश जोड़ने पर ही फोकस रहा। जिसमें सभी धर्मों से जुड़े धर्मगुरुओं और मुख्य अतिथियों ने भाग लेकर देश में अमन एकता और भाईचारे का संदेश दिया और देश तोड़ने वाली ताकतों को भी करारा जवाब दिया है।
जमीअत उलमा ए हिंद के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने कहा कि, देवबंद ने हमेशा एकता अमन और शांति का पैगाम दिया है। इस बार फिर यहां से उसी जज्बे के साथ आवाज बुलंद की गई है जिसे पूरे देश में सुना जाएगा और आवाम इस पर अमल करेंगी।
जमीअत की सहारनपुर यूनिट द्वारा 12 लोगों की कमेटी का गठन किया गया है जिसमें 6 मुस्लिम और 6 गैर मुस्लिमों को शामिल किया गया है जो मौजूदा नफरत के दौर को खत्म करने के लिए काम करेंगे।
इसके साथ ही मां त्रिपुर बाला सुंदरी देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष पंडित सत्येंद्र शर्मा ने जमीअत उलमाइ ए हिंद की सद्भावना कोशिशों की तारीफ करते हुए कहा कि, जमीअत देश को एक धागे में पिरोने के लिए और देश के अमन शांति और भाईचारे को मजबूत करने के लिए जो काम कर रही है वह काबिले तारीफ है इस तरह के प्रोग्राम से ही दूरियां खत्म हो सकती हैं और इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होना चाहिए यह एक बेहतरीन संदेश है। मामना जा रहा है कि ये कार्यक्रम पूरी तरह सफल रहा है यहां एक भी ऐसा वक्ता नही बुलाया गया जो किसी भी प्रकार से नफरत को बढ़ावा देने की बात कहे या चर्चा करें।