1 min read

पांडु नदी में बाढ़ से कई गांवों में घुसा पानी

पांडु नदी में बाढ़ से कई गांवों में घुसा पानी

बांटी गई खाद्य सामग्री,
मायापुरम, गोपालपुरम, गुजैनी के प्रभावित क्षेत्रों में विभिन्न समाजिक संगठनों ने अस्थायी राहत कैंप पहुंचकर पीडि़त परिवारों को सुबह चाय, दोपहर में तहरी व पानी के पाउच का वितरण किया। मंडलायुक्त ने आपदा राहत के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। जिस पर फोन कर आपदा पीडि़त शिकायत दर्ज कर सकते हैं। अधिकारी सुबह आठ से लेकर रात 12 बजे तक कंट्रोल रूम में मौजूद रहेंगे। कंट्रोल रूम के इंचार्ज अपर आयुक्त होंगे। जारी हुआ हेल्पलाइन नंबर 0512 – 2304304

कानपुर। पांडु नदी का जल स्तर बढऩे से आस-पास के क्षेत्रों के कई गांवों में पानी भर गया। बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। जिला प्रशासन ने मोटरबोट लगाकर पानी में फंसे लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। राहत कार्य में लापरवाही बरतने में तीन लेखपाल कैलाश नाथ, मानिक लाल गुप्ता, दिलीप सचान को निलंबित कर दिया गया। गांव वालों ने भी पलायन शुरू कर दिया है।
कानपुर देहात के पांडु नदी में आए से भौंतीखेड़ा, गंभीरपुर और रघुनाथपुर समेत आधा दर्जन से अधिक गांवों में पानी घुस गया। सबसे प्रभावित भौंतीखेड़ा गांव है। यहां कई घरों में सात से नौ फीट तक पानी भरा हुआ है। बाढ़ बचाव राहत दल सुरार, सचेंडी और हाईवे की ओर से रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहा।
मर्दनपुर और मेहरबान ङ्क्षसह का पुरवा के करीब साढ़े चार सौ से अधिक परिवार पानी में घिरे हुए हैं। बुधवार को दो सौ से अधिक लोगों ने आश्रम, गेस्ट हाउस जैसे स्थानों पर सुरक्षित पहुंचाया गया। गुजैनी के रविदासपुरम क्षेत्र में बस्ती के साथ केडीए की कालोनी में भी पानी भर गया।
टिकरा कस्बे के 80 घरों में पानी भरा हुआ है। इन परिवारों को नाव से रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थानों पर पहुचांया जा रहा गया। बिठूर में नोन नदी का जलस्तर बढऩे से देर रात सकसूपुरवा, लुधौरी और गंगपुर गांव बाढ़ की चपेट में आ गए। गंगपुर और सकसुपुरवा गांव में चारों तरफ रास्ते में पानी भर जाने के कारण आवागमन में परेशानी हो रही है। पानी सिंहपुर बिठूर रोड पर से बहने लगा।

यहां से शेयर करें

204 thoughts on “पांडु नदी में बाढ़ से कई गांवों में घुसा पानी

Comments are closed.