ghaziabad news भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान नेता चौधरी राकेश टिकैत सोमवार को एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हुए।
अधिवक्ता अजयवीर सिंह ने बताया कि टिकैत एसीजेएम-2 न्यायालय में लंबित दो मामलों में पेश हुए, जहां न्यायालय ने उनके विरुद्ध जारी वारंट को निरस्त करते हुए जमानत मंजूर कर ली। कोर्ट से निकलने के बाद भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) भारत का अभिन्न हिस्सा है और उसे हर हाल में वापस आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह जनता की आवाज है कि सरकार और सेना को इस दिशा में ठोस कदम उठाना चाहिए। पीओके के लोग भी भारत के समर्थन में हैं और उनके बयानों से यह साफ झलकता है।
टिकैत ने कहा कि अब समय आ गया है कि पाकिस्तान पर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों पर उन्हें विश्वास है और जो भी निर्णय लिया जाएगा, उसमें वे सरकार के साथ खड़े रहेंगे।
देश की आंतरिक सुरक्षा से कोई समझातौ नहीं
देश की आंतरिक सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर कहा कि, हम सरकार के साथ हैं, भारत सरकार को जो भी कदम उठाना है, पूरा देश सरकार के साथ खड़ा है।
उन्होंने दोहरी नागरिकता के मुद्दे पर भी सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि अगर कोई भारतीय महिला किसी पाकिस्तानी नागरिक से विवाह करती है, तो उसे भारत में रहने का कोई अधिकार नहीं होना चाहिए।
पुराने वाहनों को बंद करने की नीति पर पुनर्विचार करें सरकार
पुराने वाहनों पर सरकार की नीतियों पर बोलते हुए टिकैत ने सुझाव दिया कि दस साल पुराने वाहनों को बंद करने की नीति पर पुनर्विचार होना चाहिए।
उन्होंने कहा, सरकार को यह निर्णय किलोमीटर के हिसाब से लेना चाहिए, न कि केवल आयु के आधार पर। डॉक्टरों, वकीलों और जजों की गाड़ियों की तुलना आम वाहनों से न की जाए।
पगड़ी उछालने की घटना पर उन्होंने कहा कि यह साजिशन नहीं था। वो बच्चे हैं, उन्हें इस तरह के कामों में लगा दिया गया है। पुलिस जांच कर रही है, उन्होंने कहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह खुद पाकिस्तान विरोधी रैली में शामिल थे और इस तरह की रैलियों में किसी तरह का विरोध उचित नहीं है।
न्यायालय से बाहर निकलने के बाद चौधरी टिकैत, भाकियू जिलाध्यक्ष बिजेंद्र सिंह और अन्य पदाधिकारियों के साथ कमला नेहरू नगर स्थित सीबीआई कार्यालय के पीछे चल रहे किसान धरने में शामिल हुए। यह धरना रहीशपुर, रजापुर हरसांव और सिहानी गांवों के किसानों के सहयोग से 2015 से चलाया जा रहा है, जिनकी मांग है कि उन्हें भूमि अधिग्रहण की धारा 28ए के तहत उचित मुआवजा दिया जाए।
किसानों ने राकेश टिकैत का किया भव्य स्वागत
धरनास्थल पर सैकड़ों किसानों ने राकेश टिकैत का जोरदार स्वागत किया। किसानों ने उन्हें पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया और भावुक स्वर में कहा, टिकैत साहब! आपकी पगड़ी म्हारा सम्मान है, हम मिट जाएंगे लेकिन इस पर आंच नहीं आने देंगे।
इस अवसर पर भाकियू के कई वरिष्ठ पदाधिकारी सचिव ओमपाल सिंह, रामकुमार चौधरी, राजेंद्र सिंह, सतेंद्र तेवतिया, अमित चौधरी, विनीत चौधरी, यशवीर सिंह, जय कुमार मलिक और अन्य कई गांवों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
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