भारतीय संस्कृति और संस्कार हमारी ताकत है :योगेंद्र सिंह

संस्कार गीतों पर आधारित कार्यशाला में बच्चों ने सीखी लोक संस्कृति की बारीकियां
ghaziabad news गोविंदपुरम में एक विशेष कार्यशाला में बच्चों को संस्कार गीतों के माध्यम से भारतीय लोक संस्कृति से परिचित कराया गया। उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी और अयाना डांस एकेडमी के संयुक्त कार्यक्रम में यशभारती से सम्मानित कलाकार ऋचा जोशी ने प्रमुख भूमिका निभाई। कार्यक्रम की शुरूआत अयाना डांस एकेडमी की निदेशक और प्रसिद्ध भरतनाट्यम नृत्यांगना दीपशिखा रायजादा ने मुख्य अतिथि सूचना अधिकारी योगेंद्र प्रताप सिंह का स्वागत करके की। मुख्य अतिथि ने कार्यशालाओं के आयोजन की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति और संस्कार ही हमारी मुख्य ताकत है। हमे प्रकृति और संस्कृति से हमेशा जुड़ा रहना चाहिए,जिससे आत्मिक और शारीरिक सुख का अनुभव निर्बाध्य होता रहेगा । कार्यशाला में ऋचा जोशी ने जन्म से लेकर विवाह तक के विभिन्न संस्कारों पर आधारित पारंपरिक गीतों का गायन और प्रदर्शन किया।
उन्होंने सोहर, शौठ, बधवा, जनैउ, सुहाग और द्वाराचार जैसे गीतों को बच्चों के साथ गाकर उनकी सांस्कृतिक समझ को बढ़ाया। इससे बच्चों को न केवल गीतों के बोल, बल्कि उनके सांस्कृतिक महत्व का भी ज्ञान हुआ। कार्यशाला में लगभग 50-60 बच्चों ने भाग लिया और उन्हें शपथ दिलाई गई कि वे अपनी लोक संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर संगीत नाटक अकादमी से सम्मानित मुनालश्री, विक्रम बिष्ट, सुनीता सिंह, विनीत कुमार सिंह और एकता श्रीवास्तव मौजूद रहे।

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