बड़ी मछलियां फिलहाल जांच के कांटे से दूर, रिश्वतखोर ऐसे बचा रहे अपने आप को

सपा और बसपा सरकार में मलाईदार पदों पर रहने वाले अधिकारी एवं कर्मचारी इस वक्त खुद को ऐसा प्रजेंट कर रहे हैं कि वह पीड़ित हो, लेकिन हकीकत यह है कि उस वक्त प्राधिकरण में तैनात रहते हुए इन लोगों ने जमकर मलाई काटी थी। बिना पैसा लिए किसी का भी काम नहीं होता था, हालात आज भी बहुत ज्यादा नहीं बदले हैं लेकिन जिस तरह से कार्यवाही हो रही है। उससे पता चल रहा है कि गलत करने वाले जेल जा सकते हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मैनेजर कैलाश भाटी, कनिष्ठ सहायक दीपक और कमल एसआईटी जांच के बाद जेल भेज दिए गए हैं लेकिन बड़ी मछलियां अब भी बाकी है यानी जो बड़े पदों पर बैठे थे वह लोग अपने राजनीतिक आकाओं की शरण में जाकर खुद को बचा रहे हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में तैनात रहे एक छोटे अधिकारी ने ही इतनी अकूत संपत्ति एकत्र कर ली। अब उसके कई कई स्कूल चल रहे हैं और कई बिल्डरों के साथ उसने पार्टनरशिप करके पैसा लगाया फिलहाल यह जांच के घेरे में आ चुका है। एक वक्त ऐसा आया कि भाजपा से ही इस व्यक्ति ने दादरी विधानसभा सीट से टिकट के लिए दावेदारी जब टिकट नहीं मिला तो उसके बाद पब्लिक डोमेन में इसका नाम आना बंद हो गया। आजकल कई स्कूलों के साथ-साथ बड़ी-बड़ी प्रॉपर्टी आ देकर यह व्यक्ति बैठा है। माना जा रहा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ तक इसकी खबर पहुंचाई जा चुकी है इसीलिए अब इसकी उल्टी गिनती शुरू होने का वक्त आ चुका है।

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