विदेश मंत्रालय और डीएम के हस्तक्षेप के बाद अबूधाबी पुलिस ने छोड़ा भारत का कारोबारी

Noida and AbuDhabi विदेश घूमने गए भारत के एक कारोबारी को अबूधाबी पुलिस ने पकड़ लिया। उसका चहेरा एक नामी अपराधी से मिलने के कारण कारोबारी को रोका गया। ये कारोबारी गौतमबुद्ध नगर के हबीबपुर गांव के रहने वाले प्रवीण कुमार थे। जिन्हें डीएम और विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद छोड़ दिया गया।
डीएम सुहास एलवाई ने बताया कि दूतावास और विदेश मंत्रालय को मेल किया।अबू धाबी पुलिस को कोई गलतफहमी हुई है। यह गलत पहचान का मामला है। प्रवीण शर्मा का किसी आपराधिक घटना से कोई सरोकार नहीं है। उनके पासपोर्ट, आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य तमाम दस्तावेजों की जांच यहां करवा ली गई है। अब यह सारी जानकारी आबू धाबी में भारतीय दूतावास और विदेश मंत्रालय को भेजी गई है। मुझे उम्मीद है कि जल्दी ही प्रवीण शर्मा को आबू धाबी से भारत वापस भेज दिया जाएगा। दूसरी ओर प्रवीण शर्मा के परिजन इस घटना को लेकर बेहद परेशान हैं। दरअसल, पिछले 36 घण्टों से परिवार के सदस्यों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था

जिलाधिकारी सुहास एलवाई से परिजनों ने लगाई थी गुहार 

हबीबपुर गांव के रहने वाले प्रवीण कुमार और पत्नी उषा शर्मा सीमेंट व स्टील का कारोबार करते हैं। अंबुजा सीमेंट कंपनी ने दोनों पति-पत्नी को स्विट्जरलैंड के टूर पर भेजा था। यह दोनों थॉमस कुक टूअर्स लिमिटेड के जरिए 11 अक्टूबर को दिल्ली से स्विट्जरलैंड के लिए रवाना हुए थे। एतिहाद एयरवेज के हवाई जहाज से प्रवीण और उषा शर्मा को स्विट्जरलैंड जाना था। यह फ्लाइट बीच में आबू धाबी एयरपोर्ट पर रुकी। दरअसल, इन लोगों को आबू धाबी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से स्विट्जरलैंड के लिए दूसरी फ्लाइट पकड़नी थी। तभी आबू धाबी पुलिस ने प्रवीण शर्मा को रोक लिया। उनसे कहा गया कि आपकी शक्ल एक अपराधी से मिलती है। प्रवीण की पत्नी उषा शर्मा को अबू धाबी से भारत के लिए डिपोर्ट कर दिया गया है।

प्रवीण शर्मा का कोई आपराधिक इतिहास नहीं
अतुल शर्मा का कहना था कि उनके भाई प्रवीण का किसी अपराधी से कोई लेना-देना नहीं है। प्रवीण के खिलाफ कहीं कोई आपराधिक मुकदमा भी नहीं चल रहा है। वह सीधा साधा और सामान्य कारोबारी है। अबू धाबी पुलिस को गलतफहमी हुई है।गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई से मुलाकात की थी और उन्हें पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। जिलाधिकारी ने विदेश मंत्रालय और आबू धाबी में भारतीय दूतावास से संपर्क किया है।

प्रवीण शर्मा पहली बार गए थे आबू धाबी

भाई अतुल शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार और विदेश मंत्रालय को हमारी मदद करनी चाहिए। बिना वजह मेरे भाई को आबू धाबी पुलिस ने गलत पहचान करके परेशान किया है। प्रवीण शर्मा का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। वह अबसे पहले कभी आबू धाबी नहीं गए। ऐसे में वहां अपराध करने का कोई औचित्य नहीं है। आबू धाबी पुलिस ने दूतावास को बताया है कि जिस व्यक्ति से प्रवीण शर्मा की शक्ल मिलने की बात कही जा रही है, वह केरल का निवासी है।

 

 

ضبطت شرطة أبوظبي رجل أعمال هندي ذهب في رحلة للخارج. تم إيقاف رجل الأعمال بسبب لقاء وجهه مع مجرم مشهور. كان رجل الأعمال هذا برافين كومار ، من سكان قرية حبيبور في جوتام بود ناجار. تم الإفراج عن هؤلاء بعد تدخل بلدية دبي ووزارة الشؤون الخارجية.
صرح DM Suhas LY أنه تم إرسال السفارة ووزارة الشؤون الخارجية بالبريد ، ولدى شرطة أبوظبي بعض سوء التفاهم. هذه حالة خطأ في الهوية. برافين شارما لا علاقة له بأي حادث جنائي. تم فحص جواز سفرهم وبطاقة Aadhar وبطاقة PAN وجميع المستندات الأخرى هنا. الآن تم إرسال كل هذه المعلومات إلى السفارة الهندية في أبو ظبي ووزارة الشؤون الخارجية. آمل أن يتم إرسال برافين شارما إلى الهند من أبو ظبي قريبًا. من ناحية أخرى ، تشعر عائلة برافين شارما بالضيق الشديد بشأن هذا الحادث. في الواقع ، كان أفراد الأسرة يواجهون مشاكل خلال الـ 36 ساعة الماضية.

استأنفت الأسرة أمام قاضي المقاطعة Suhas LY

يقوم برافين كومار وزوجته أوشا شارما ، من سكان قرية حبيبور ، بأعمال الأسمنت والصلب. أرسلت شركة t كلا من الزوج والزوجة في جولة في سويسرا. كان كلاهما قد غادر إلى سويسرا من دلهي في 11 أكتوبر عبر شركة توماس كوك تورز ليمتد. كان من المقرر أن يسافر برافين وأوشا شارما إلى سويسرا على متن طائرة تابعة للاتحاد للطيران. توقفت الرحلة في مطار أبو ظبي في المنتصف. في الواقع ، كان على هؤلاء الأشخاص ركوب رحلة أخرى من مطار أبو ظبي الدولي إلى سويسرا. ثم أوقفت شرطة أبو ظبي برافين شارما. قيل له أن وجهك يشبه وجه مجرم. تم ترحيل أوشا شارما زوجة برافين من أبو ظبي إلى الهند.

برافين شارما ليس له تاريخ إجرامي
قال أتول شارما إن شقيقه برافين لا علاقة له بأي مجرم. لا توجد قضية جنائية معلقة ضد برافين. إنه رجل أعمال بسيط وبسيط. كان هناك سوء فهم من قبل شرطة أبوظبي ، حيث التقى سهاس ، قاضي منطقة غوتام بود ناغار ، Suhas LY وأبلغه بالتطور بأكمله. اتصل قاضي المنطقة بوزارة الشؤون الخارجية والسفارة الهندية في أبوظبي.

ذهب برافين شارما إلى أبو ظبي لأول مرة

قال الأخ أتول شارما إن على حكومة ولاية أوتار براديش ووزارة الشؤون الخارجية مساعدتنا. بدون سبب تعرض أخي للمضايقة من قبل شرطة أبو ظبي عن طريق الخطأ في التعرف عليه. برافين شارما ليس له تاريخ إجرامي. لم يسبق له أن زار أبو ظبي من قبل. لذلك لا يوجد مبرر لارتكاب الجريمة هناك. أخبرت شرطة أبو ظبي السفارة أن الشخص الذي قيل أنه تم العثور على وجه برافين شارما ، هو من سكان ولاية كيرالا.

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