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सहयोगियों को मना रहे शाह

नई दिल्ली।  2019 लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को सत्ता में आने से रोकने के लिए विपक्षी दल आपसी मतभेदों को भुलाकर एकजुट हो रहे हैं। जबकि बीजेपी के सामने अपने रुठे हुए सहयोगी दलों को मनाने की सबसे बड़ी चुनौती है। इसी के मद्देनजर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह इन दिनों अपने सहयोगी दलों के नेताओं के साथ लगातार मुलाकात करके एनडीए के कुनबे को संभालने में जुटे हुए हैं।
देश के 4 लोकसभा और 10 विधानसभा उपचुनाव के नतीजों के बाद जिस तरह से एनडीए के सहयोगी दलों ने एक के बाद एक बीजेपी नेतृत्व के खिलाफ अपनी नाराजगी जतानी शुरू की है। इसके बाद से पार्टी अध्यक्ष अमित शाह सहयोगी दलों के नेताओं के साथ मुलाकात कर रहे हैं। शाह उनकी मांगों, सुझावों को सुनकर जल्दी ही उनकी समस्या का निवारण करने का आश्वासन दे रहे हैं। इस कड़ी में कल बुधवार को शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मिल सकते हैं।
महासंपर्क अभियान के तहत बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह देश की जानी मानी हस्तियों से मुलाकात कर रहे हैं। इस संपर्क अभियान के लिए शाह बुधवार को मुंबई में होंगे। सूत्रों के अनुसार बुधवार को शाम 6 बजे मातोश्री में अमित शाह और उद्धव ठाकरे के बीच मुलाकात हो सकती है।
महाराष्ट्र के पालघर उपचुनाव को लेकर शिवसेना और बीजेपी में टकराव हुआ था उसके साथ कई अन्य मुद्दों पर गठबंधन में जिस तरह से दूरियां बढ़ी हैं। इस खाईं को पाटने की लिए अमित शाह उद्धव ठाकरे के साथ बात करेंगे। माना जा रहा है कि शाह ये कोशिश करेंगे कि 2019 चुनाव में शिवसेना एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लड़े।
शिवसेना के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह गुरुवार को चंडीगढ़ में अकाली दल के अध्यक्ष प्रकाश सिंह बादल और उनके बेटे सुखबीर सिंह बादल से मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात के जरिए पंजाब की ताजा राजनीतिक हालत और 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा हो सकती है। गौरतलब है कि उपचुनाव के नतीजों के बाद 3 जून को लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान से अमित शाह ने दिल्ली में मुलाकात की थी।

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