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संदेह के घेरे में जेनपैक्ट कंपनी प्रबंधन

असिस्टैंट वाइस प्रेसिडेंट स्वरूप राज ने खुदकुशी से पहले पत्नी को लिखा पत्र

ग्रेटर नोएडा। सेक्टर-135 स्थित जेनपैक्ट कंपनी के असिस्टैंट वाइस प्रेसिडेंट स्वरूप राज की आत्महत्या की कहानी कंपनी प्रबंधन को संदेह के घेरे में ला रही है। जिस तरह से उनपर यौन शोषण के दो युवतियों ने आरोप लगाए और उन्हें कंपनी से निकाल दिया गया। उसके पीछे कई सवाल खड़े हो रहे हैं।

स्वरूप राज की पत्नी कृति ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। कृति ने कहा कि मेरे पति ने कंपनी में हमेशा मेहनत और लगन से काम किया। वे हमेशा दूसरों की मदद करते थे। अचानक से 10 साल पुराने मामले निकाल कर कंपनी ने उनपर आरोप लगाया और निकाल दिया। इसकी जांच होनी चाहिए।

बता दें कि सेक्टर 137 स्थित पैरामाउंट फोरविले सोसायटी के फ्लैट में खुदकुशी करने वाले स्वरूप राज के सुसाइड नोट ने कई अहम राज खोले हैं। सुसाइड नोट में उन्होंने अंग्रेजी में लिखा है कि ‘मैं ऐसा नहीं हूं, मुझे माफ कर देना। मेरे ऊपर लगाए गए यौन उत्पीडऩ के आरोप गलत हैं। लेकिन कंपनी प्रबंधन ने भी मेरा साथ नहीं दिया और मुझसे बिना सच जाने कंपनी से बाहर निकाल दिया।’

सुसाइड नोट

दरअसल, कंपनी की दो महिला कर्मचारी द्वारा यौन उत्पीडऩ के आरोप लगाए जाने के बाद से स्वरूप राज परेशान थे। मंगलवार को जब कंपनी प्रबंधन ने उन्हें निलंबित कर दिया तो वह पूरी तरह से टूट चुके थे और तनाव में आ गए। स्वरूप राज के लिंक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक उन्होंने 2007 में जेनपैक्ट इंडिया नामक कंपनी में बतौर प्रोसेस डेवलपर ज्वॉइन किया था। इसके बाद लगातार वह तरक्की की सीढिय़ां चढ़ते गए।

वे अप्रैल 2015 से यहां सीनियर मैनेजर के तौर पर काम कर रहे थे। उन्हें इसी साल सितंबर में कंपनी में असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट बनाया गया था। सुसाइड नोट में उन्होंने यह भी लिखा कि वह अपनी पत्नी से बहुत प्यार करते हैं। वे चाहते थे कि उनकी पत्नी समाज में इज्जत से रहे लेकिन दो वर्ष पहले शादी कर सजाए सपने ऐसे बिखर जाएंगे, शायद इनका उन्हें अंदाजा नहीं था।

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