नगर निगम ने दिल्लीवासियों को एक बहुत बड़ा तोहफा
new delhi news दिल्ली नगर निगम ने दिल्लीवासियों को एक बहुत बड़ा तोहफा दिया है। दिल्ली के महापौर राजा इकबाल सिंह ने मंगलवार को दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की उपस्थिति में “यूजर्स सरचार्ज” की वसूली स्थगित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यूजर सरचार्ज नही देना पड़े इसके लिए बुधवार को नगर निगम एक प्रस्ताव पेश करने जा रही है।
भाजपा नेताओं ने आज एक बैठक में महापौर से अविलम्ब सम्पति कर भुगतान से “यूजर्स सरचार्ज” को अलग करने की मांग की थी। महापौर ने इसपर अपनी सहमति जताई। राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आज की आरडब्ल्यूए की मीटिंग और प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा की सलाह पर इस वर्ष 2025-26 में अब कोई अतिरिक्त “यूजर्स चार्ज” नहीं लिया जाएगा क्योंकि आम आदमी पार्टी ने बिना किसी से चर्चा किए सदन में चार्ज लगाए जाने संबंधित प्रस्ताव पारित किए गए थे। उन्होने कहा कि बुधवार को नगर निगम बैठक इसके लिए एक निजी प्रस्ताव लेकर आ रहे हैं ताकि अब आगे से कोई चार्ज नहीं लगे।
महापौर ने कहा कि इसके आलावा हम हाउस टैक्स माफी योजना लेकर आ रहे हैं जिसके तहत पांच साल के लंबित बकाया जमा करने है पर गृह कर के पिछले बकाए का निपटारा किया जाएगा। सिंह ने बताया कि कोई जुमार्ना या विलंब शुल्क नहीं लगाया जाएगा। लोगो को एमसीडी द्वारा नो आॅब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) प्रदान किया जाएगा। गृह कर में भी छूट दी जाएगी। इस अवसर पर दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि यूजर्स सरचार्ज आम आदमी पार्टी ने बिना चर्चा के लगाया और यही इसके विरोध की सबसे बड़ी वजह है। उन्होंने कहा दिल्ली की निम्न आय वर्ग कॉलोनियों के नागरिक संपत्ति कर बकाया भुगतान की समस्या से जूझ रहे है।
सचदेवा ने कहा कि व्यापारिक एवं औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधिमंडलों ने गत दिनों यूजर्स सरचार्ज लागू किये जाने के साथ ही सरचार्ज राशि भी उचित ना होने का आरोप लगाया था। लोग सम्पति कर देना चाहते पर इस पर लगे जुमार्ना आदि ने मिलकर इसे अदा करना सामान्य नागरिकों के लिए असम्भव कर दिया है। अत: महापौर से अनुरोध है कि वे लोगों को एक निपटान का अवसर प्रदान करें। सचदेवा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के शासनकाल में बिना चर्चा लागू किए गए इस “यूजर्स सरचार्ज” को सालिड वेस्ट मैनेजमेंट रूलस 2016 के अंतर्गत लागू किया गया। इन रूलस के अंतर्गत जिस प्रक्रिया का पालन होना चाहिए था और सफाई समितियों का गठन होना चाहिए था वो नही किया गया। उपमहापौर जय भगवान यादव, केशव पुरम जोन के चेयरमैन योगेश वर्मा, यासिर जिलानी और शुभेंदु शेखर अवस्थी भी इस दौरान उपस्थित रहे।
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