Ghaziabad Me Police Constable ka Murder मसूरी थाना क्षेत्र के गांव नहाल में सोमवार पुलिस पर जिस प्रकार से हमला किया गया वो निंदनीय तो है ही लेकिन एक बात सोचने पर मजबूर करता है कि पुलिस के पहुंचने की सूचना कहां से लीक हुई। क्योकि हमले के वक्त की कहानी सुनकर ऐसा लग रहा है कि हमलावर पहले से ही तैयार थे। वैसे तो पुलिस एसओपी का पालन आसानी से नही करती। यदि करेंगी तो हो सकता है कि बदमाश हाथ ही न आए। अब मसूरी पुलिस हमलावरों की तलाश में लगातार छापे मार रही है।
आठ लोगों को लिया हिरासत में
बता दें कि क्राइम ब्रांच सहित पांच टीमों ने गांव में दबिश देकर करीब आठ लोगों को हिरासत में लिया है। इसके बाद गांव से ज्यादातर युवा गायब हो गए। घरों में महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे हैं। अब अधिकांश लोग मकान बंद कर घरों में कैद रहे। गलियों में दिनभर सन्नाटा रहा। हालांकि गांव में पीएसी और मसूरी पुलिस तैनात कर दी गई है जो 24 घंटे कैंप करेंगी।
रास्तों पर पसरा सन्नाटा
नहाल का मुख्य रास्ते पर सोमवार और मंगलवाल को सन्नाटा पसरा रहा। कुछ लोगों ने बच्चों को स्कूल तक नहीं भेजा। पुलिस की चहलकदमी से थर्राए युवा घर छोड़कर चले गए हैं। हालांकि पुलिस ने बवालियों की संख्या मुकदमे में नहीं दर्शायी है और कुछ अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पीएसी के एक दर्जन जवान कादिर के घर पर तैनात कर दिए गए हैं। कादिर के परिजन दुकान और मकान छोड़कर भाग गए है। घटना के दौरान करीब 25-30 लोग सीसीटीवी और वीडियो में कैद हुए हैं। जिनकी पहचान पुलिस कर रही है। वीडियो से आरोपियों की पहचान कर उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।
एसीपी मसूरी का बयान
एसीपी मसूरी लिपि नगायच ने बताया कि गांव से कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। उनकी पहचान कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कौन है जिसने पुलिस के आने से पहले किया अलर्ट
ऐसे में सबसे बड़ा जांच का विषय ये है कि पुलिस किस वक्त पहंच रही है ये जानकारी कादिर के घर वालों को किसने दी। वे सभी तैयार हो गए कि दबिश देते ही उन्होंने पुलिस पर पीछे से हमला बोल दिया।
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