जीडीए की डिजिटल सोच और बुनियादी विकास से बदलेगा शहर का चेहरा
ghaziabad news हाईटेक सिटी में शुमार शहर गाजियाबाद अब सिर्फ एनसीआर का एक हिस्सा नहीं, बल्कि भविष्य-केंद्रित, तकनीकी रूप से सक्षम और पर्यावरण-संवेदनशील शहर बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए ) उपाध्यक्ष अतुल वत्स के नेतृत्व में शहर में चल रहे स्मार्ट और समावेशी विकास कार्य इसकी बानगी हैं। जीडीए वीसी श्री वत्स के नेतृत्व में शहर निरंतर संवर रहा है। बुनियादी सुविधाओं से लेकर हरियाली, डिजिटल पारदर्शिता से लेकर यातायात सुधार तक, जीडीए के हर कदम में नागरिकों की सुविधा और भागीदारी को केंद्र में रखा गया है।
शहर को नई पहचान देने वाली यह है प्रमुख परियोजनाएं
1. हरनंदीपुरम योजना , दो दशक बाद नई आवासीय क्रांति की शुरूआत
जीडीए वीसी श्री वत्स के नेतृत्व में 20 वर्षों बाद जीडीए द्वारा प्रस्तावित हरनंदीपुरम योजना को हरी झंडी दी गई है। 2500 करोड़ रुपये की लागत वाली यह योजना पाँच गाँवों में फैली होगी, जिसका भूमि अधिग्रहण कार्य प्रारंभ हो चुका है।
2. ‘वेस्ट-टू-वंडर’ और थीम पार्क, संस्कृति, हरियाली और मनोरंजन का मेल
तीन आधुनिक पार्क,ग्रीनवुड पार्क, संस्कृति दर्शन पार्क और रामायण थीम पार्क — शहरवासियों को न केवल हरित वातावरण देंगे बल्कि बच्चों, बुजुर्गों और युवाओं के लिए सांस्कृतिक और मनोरंजन स्थलों की सौगात भी बनेंगे।
3. सिटी फॉरेस्ट का पुनर्विकास,एक ह्लवन स्टॉप डेस्टिनेशनह्व की ओर
सिटी फॉरेस्ट का पुनर्विकास कार्य जारी है, जिसमें मॉडर्न सुविधाएं, आॅपन थिएटर और प्राकृतिक सौंदर्य का समावेश किया जा रहा है।
4. शहरी हरियाली,हर कोने में हरियाली की पहल
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इंदिरापुरम के शमशान घाट के पीछे पार्क का विकास और वृक्षारोपण के माध्यम से जीडीए शहर को अधिक पर्यावरण-संवेदनशील बना रहा है।
-बेहतर कनेक्टिविटी और यातायात के लिए ठोस कदम
-टोटल स्टेशन सर्वे के माध्यम से नई सड़क योजनाओं पर कार्य तेज।
-हम तुम रोड, चार्म्स कैसल और नूरनगर में जोनल सड़कों का निर्माण शीघ्र।
-एलिवेटेड रोड को दिल्ली-वसुंधरा-इंदिरापुरम-सिद्धार्थ विहार से जोड़ने की योजना पर मंथन जारी।
– आवास और पुनर्विकास: तुलसी निकेतन, पीएमएवाई , मधुबन बापूधाम
-तुलसी निकेतन के पुनर्विकास के लिए सर्वे पूर्ण, पीपीपी मॉडल पर 288 एलआईजी और 2004 ईडब्ल्यूएस भवनों की योजना।
-पीएमएवाई योजनाएं नूरनगर, प्रताप विहार, डासना, मधुबन बापूधाम में अंतिम चरण में।
-बुनकर मार्ट, एक्सपो एवं कन्वेंशन सेंटर (152.56 करोड़ की लागत से निमार्णाधीन) गाजियाबाद को सांस्कृतिक एवं व्यावसायिक केंद्र बनाएगा।
डिजिटल युग की तरफ जीडीए ने बढ़ाए कदम
पहल पोर्टल शुरू
हाउसिंग और संपत्ति आवंटन से जुड़ी सभी सेवाएं अब एक क्लिक पर।
कोर्ट मॉनिटरिंग पोर्टल
लंबित मामलों पर आॅनलाइन निगरानी से पारदर्शिता में वृद्धि।
33 केवी हाई टेंशन लाइन शिफ्टिंग
मधुबन बापूधाम योजना में बाधा बनने वाली लाइन को हटाकर बिजली आपूर्ति और निर्माण कार्य दोनों सुगम किए गए।
प्राधिकरण की नियमित समीक्षा और जवाबदेही तय
जीडीए के माध्यम से हर महीने प्रमुख विकास परियोजनाओं की समीक्षा सुनिश्चित की जा रही है ताकि समय पर कार्यान्वयन हो सकें और जनता को लाभ मिल सकें। जीडीए के ये ठोस और दूरदर्शी कदम गाजियाबाद को न केवल एनसीआर की एक बस्तीयुक्त नगर से आधुनिक स्मार्ट सिटी में परिवर्तित कर रहे हैं।
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