गाजियाबाद की कानून व्यवस्था को मजबूत करने और भ्रष्टाचार पर पूरी तरह लगाम लगाने का संदेश देते हुए गाजियाबाद के नवनियुक्त पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गौड़ (Newly appointed Police Commissioner J. Ravinder Gaur) ने पदभार ग्रहण कर लिया। उनका नोएडा से भी पुराना नाता रहा है। पुलिस लाइन ऑफिस में उनका स्वागत में पूरे पुलिस प्रशासन ने गर्मजोशी से किया। वे जहां जहां रहे अपने व्यवहार और काम से छाप छोड़ते गए। आईपीएस बनने के बाद उन्होंने नोएडा में एएसपी के पद पर रहते हुए, अपनी ट्रेनिंग पूरी की ओर जनता के साथ साथ व्यापारियों में उस दौरान सुरक्षा की भावना को मजबूत किया था।
2005 बैच के आईपीएस अफसर है जे. रविंदर गौड
बता दें कि तेज-तर्रार और सख्त मिजाज के लिए पहचाने जाने वाले वर्ष 2005 बैच के आईपीएस अधिकारी जे. रविंदर गौड़ (IPS J. Ravinder Gaur) ने बतौर दूसरे पुलिस कमिश्नर चार्ज संभालते ही अपनी प्राथमिकताएं स्पष्ट कर दीं। उन्होंने दो टूक कहा कि गाजियाबाद में अब अपराधियों और भ्रष्ट अफसरों के लिए कोई जगह नहीं होगी। उनकी नीतियों में जीरो टॉलरेंस फॉर करप्शन सबसे ऊपर है। पदभार ग्रहण करते ही उन्होंने एक महत्वपूर्ण बैठक भी की, जिसमें सभी उच्च अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि अब जिले में कानून-व्यवस्था के साथ कोई समझौता नहीं होगा।
स्मय से अपने दफ्तरों में बैठेगे अफसर
कमिश्नर जे. रविंदर गौड ने बताया कि थानों से लेकर डीसीपी और एसीपी ऑफिस तक हर जगह सुबह 10 बजे से जनसुनवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पुलिस की पहली जिम्मेदारी जनता की बात सुनना और उसे प्राथमिकता देना है। अगर किसी शिकायतकर्ता की बात अनसुनी की गई, तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ तुरंत कठोर कार्रवाई की जाएगी। गौड़ ने भ्रष्टाचार को पुलिस व्यवस्था की सबसे बड़ी बीमारी बताते हुए कहा कि यदि कहीं से भ्रष्टाचार की शिकायत मिलती है, तो वहां जांच नहीं, सीधे निलंबन की कार्यवाही की जाएगी। उनका यह बयान गाजियाबाद पुलिस महकमे के लिए सीधी चेतावनी मानी जा रही है, जहां हाल के समय में कई भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायतें सामने आई थीं।
यह भी पढ़े : गाजियाबाद स्टेशन पर बवालः औरंगजेब की फोटो पर पोती कालिख