हर बाॅल पर सट्टा लगाने वाला इंटरनेश्नल गैंग पुलिस ने पकड़ा, किस तरह पुलिस इस गैंग तक पहुंची, रोचक है स्टोरी

Greater Noida Police Busted Betting on cricket Gang: एक कहावत है की बदमाश कितना भी शातिर क्यों ना हो किसी ना किसी दिन पुलिस के हत्थे चढ़ ही जाता है। इस कहावत को चरितार्थ करते हुए ग्रेटर नोएडा की थाना कासना पुलिस ने क्रिकेट पर सट्टा लगाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। ये स्टोरी बहुत रोचक है क्योंकि पुलिस सट्टा लगाने वालों को नहीं ढूंढ रही थी बल्कि अपहरण करने वालों को ढूंढ रही थी और पुलिस ने इंटरनेशनल सट्टा लगाने वाले पकड़ लिये।
कम पैसा लगाने वालों को जिताते थे जागा वालों से करते थे वसूली

पूछ्ताछ में पता चला ये गिरोह जो लोग कम पैसा लगा देते है उनको जीता देते थे। ताकि वो अधिक पैसा लगाने के लिए आगे आए और जो लोग ज्यादा पैसा लगाते थे उनको हरा देते थे ताकि इनका पैसा ज्यादा ना जाए। इतना ही नही यदि कोई व्यक्ति ज्यादा पैसा लगाकर भी जीत जाता था तो उसका आइडी ब्लॉक कर देते थे।

डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान (DCP Greater Noida Saad Miya Khan) ने बताया कि थाना कासना पुलिस और स्वाट टीम ने अपहरण की झूठी सूचना का पदार्फाश करते हुए एक अंतरराष्ट्रीय सट्टा गैंग का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस गिरोह के 8 सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 4 लैपटॉप, 26 मोबाइल फोन, 16 सिम कार्ड, फर्जी आधार कार्ड, चेकबुक, पासबुक, पासपोर्ट और अन्य सामान बरामद किया है।
डीसीपी ग्रेटर नोएडा ने बताया कि 12 जून को अलवर (राजस्थान) निवासी सुभाष चंद्र ने डॉयल-112 पर अपने बेटे भीम सिंह (22) और भतीजे नारायण (25) के अपहरण की सूचना दी। कॉलर ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने 7 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। सूचना पर पुलिस ने तुरंत टीम गठित कर जांच शुरू की।
पुलिस की इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और मैनुअल इंटेलिजेंस से पता चला कि भीम सिंह और उसके साथी नोएडा में सट्टेबाजी के अवैध कारोबार में लिप्त हैं। व्हाइट आॅर्किड और राधा स्काई गार्डन सोसाइटी के फ्लैटों पर छापेमारी कर पुलिस ने 8 लोगों को गिरफ्तार किया।

फर्जी नाम-पते से लेते थे सिम कार्ड
गिरफ्तार आरोपियों ने कबूला कि वे रुद्रा कैरिक लव एप के माध्यम से लाइव क्रिकेट मैचों में ओवर दर ओवर रन, विकेट और हार-जीत पर सट्टा लगवाते थे। आरोपियों को फर्जी नाम-पते से सिम कार्ड और बैंक खाते गैंग का सरगना, जो थाईलैंड और दुबई से गिरोह का संचालन करता है, उपलब्ध कराता था। हर दिन करीब 30 लाख रुपये की सट्टा राशि विदेशों में भेजी जाती थी। अपहरण की झूठी कहानी रचकर भीम सिंह और उसके साथियों ने अपने परिवार से फिरौती की रकम वसूलने की साजिश रची थी। पुलिस ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है और आगे की जांच जारी है।
गिरफ्तार यवुको की हुई पहचान
भीम सिंह, नारायण (दोनों निवासी अलवर, राजस्थान), ध्रुव, सन्नी जेतवा (दोनों निवासी जुनागढ़, गुजरात), मुकीम (फिरोजपुर झिरका, हरियाणा), विशाल कुमार (कुरुक्षेत्र, हरियाणा), हिमांशु दकान (द्वारका, गुजरात), सुखदेव सिंह (दिल्ली)।

 

यह भी पढ़ें: इस गिरोह के कारनामें कर देंगे हैरानः पहले दिलाते थे लोन फिर ऐसे करते थे अवैध वसूली, जानिए पूरी कहानी

यहां से शेयर करें