गांवों में ख़ाली प्लॉटों को बनाते थे निशाना, इस तरह से फ़र्ज़ी काग़ज़ात के ज़रिए भूखंडों को बेचता था ये गिरोह, पुलिस ने तफ़्तीश की तो रह गई हैरान

Noida Land Fraud:  सेंट्रल नोएडा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफ़ाश किया है जो अलग अलग गांवों में ऐसे प्लॉट को चिन्हित करता था जिन के मालिक दूर रहते हैं या फिर कभी कभी आते हैं इन प्लॉटों को चिन्हित करने के बाद ये गिरोह ज़बरन क़ब्ज़ा करता था और फ़र्ज़ी काग़ज़ात बनाकर दूसरे लोगों को बेच देता था। 1 जून को थाना फेस-2 पुलिस द्वारा मैनुअल इंटेलिजेंस व गोपनीय सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए फर्जी रजिस्ट्री तैयार कर मकान पर कब्जा करने वाले अभियुक्त 1. शिवा उर्फ शिबू पुत्र सुरेश 2. दिनेश पुत्र रामफल 3. ज्ञानेन्द्र उर्फ ज्ञानी पुत्र धर्मपाल 4. राजवीर पुत्र रिछपाल को थाना क्षेत्रांतर्गत सलारपुर खादर शिवशक्ति एन्क्लेव, सेक्टर-81 नोएडा से गिरफ्तार किया गया है।

प्लॉट के बनाए थे फ़र्ज़ी का काग़ज़ 

बता दें कि दिनांक 01 जून को वादी द्वारा थाना फेस-2 पर सूचना दी गयी कि अभियुक्त गण द्वारा वादी के मकान के कूटरचित दस्तावेज तैयार कर अभियुक्त राजवीर को मकान मालिक बनाकर मकान की रजिस्ट्री नेहा पत्नी दिनेश के नाम कर दी है।

DCP सेंट्रल नोएडा ने कहा ऐसे लोगों से बचने की ज़रूरत है पुलिस पूछताछ में सामने आया कि ये सच

DCP सेंट्रल मॉडल शक्ति मोहन अवस्थी ने लोगों से अपील की कि वे कोई भी प्रॉपर्टी ख़रीदते वक़्त उसकी जाँच पड़ताल करें और फ्रॉड करने वाले लोगों से बचकर रहे हैं उन्होंने बताया कि पुलिस पूछताछ के दौरान ज्ञात हुआ कि अभियुक्तों द्वारा कूटरचित दस्तावेज तैयार कर योजनाबद्ध तरीके से फर्जी रजिस्ट्री कराकर दूसरों के प्लॉट/ मकान पर कब्जा किया जाता था। अभियुक्त शिवा उर्फ शिबू, दिनेश व ज्ञानेन्द्र उर्फ ज्ञानी की मुलाकात एक-दूसरे से गाजियाबाद जेल में अलग-अलग मामलों में सजा काटने के दौरान हुई थी। अभियुक्तों द्वारा जेल से रिहा होने के पश्चात् प्लॉट/ मकान पर कब्जा करने हेतु प्रोपर्टी डीलिंग का काम शुरु किया, जिसमें अभियुक्त शिवा उर्फ शिबू प्रोपर्टी डीलर तथा अभियुक्त दिनेश व ज्ञानेन्द्र उर्फ ज्ञानी ग्राहकों को लाने का कार्य किया जाता था। इसी योजना के क्रम में अभियुक्त गण द्वारा एक शराबी किस्म के अभियुक्त राजवीर को अपने योजना में शामिल करते हुए इस घटना को अंजाम दिया था।

 पहले भी जेल जा चुके हैं फ्रॉड करने वाले 

1.  शिवा उर्फ शिबू, ग्राम दुजाना, थाना बादलपुर, गौतमबुद्धनगर का निवासी है जो कि थाना सिहानीगेट पर पंजीकृत हत्या के अभियोग की सजा में वर्ष 2007 से वर्ष 2019 तक गाजियाबाद जेल मे बंद रहा था।
2. दिनेश पुत्र रामफल, इन्द्रापुरी, मोदीनगर, गाजियाबाद का निवासी है जो कि वर्ष 2009 से वर्ष 2010 तक तथा वर्ष 2012 से वर्ष 2022 तक अलग- अलग मामलों में गाजियाबाद जेल में बंद रहा था, इस दौरान अभियुक्त शिवा उर्फ शिबू व अभियुक्त दिनेश की मित्रता हुई ।
3. च ज्ञानेन्द्र उर्फ ज्ञानी, ग्राम रोरी, मोदीनगर, गाजियाबाद का निवासी है जो कि वर्ष 2021 से वर्ष 2022 तक गाजियाबाद जेल में बंद रहा था इस दौरान अभियुक्त ज्ञानेन्द्र व अभियुक्त दिनेश की मित्रता हुई।
4. अभियुक्त शिवा उर्फ शिबू द्वारा प्रोपर्टी डीलिंग का कार्य तथा अभियुक्त दिनेश व ज्ञानेन्द्र उर्फ ज्ञानी ग्राहकों को लाने का कार्य करते थे
4. अभियुक्त शिवा उर्फ शिबू द्वारा जेल में हुई मित्रता के आधार पर अभियुक्त दिनेश व ज्ञानेन्द्र उर्फ ज्ञानी से सम्पर्क किया तथा शिवशक्ति एन्क्लेव, सलारपुर खादर, सेक्टर-81 नोएडा में खाली पड़े प्लॉट तथा मकानों को चिह्नित कर उनमें से एक मकान की रजिस्ट्री के कूटरचित दस्तावेज तैयार कर अभियुक्त राजवीर जो कि सलारपुर थाना सेक्टर-39 नोएडा का निवासी है एवं शराब पीने का आदी है, को नाम पर तैयार कर दी।
5. अभियुक्त राजवीर पुत्र रिछपाल द्वारा 100 गज के प्लॉट का स्वामी बनकर मात्र 22000 रुपये फर्जी रजिस्ट्री कर दी।
6. यह एक ऐसा गिरोह है जो खाली पड़े प्लॉट व मकानों की निगरानी/चिह्नीकरण कर फर्जी रजिस्ट्री करा देता था तथा सिविल मामला बना लेता था। जिससे पीड़ित व्यक्ति परेशान होकर या तो प्लॉट छोड़ देता था या सस्तें दामों में इन्हीं को अपना प्लॉट मजबूरी में बेच देता था।

गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम और कारनामे

1. शिवा उर्फ शिबू पुत्र सुरेश निवासी ग्राम दुजाना, थाना बादलपुर, गौतमबुद्धनगर, उम्र करीब-39 वर्ष, शिक्षा– कक्षा 10वीं।
2. दिनेश पुत्र रामफल निवासी इन्द्रापुरी, मोदीनगर, थाना मोदीनगर, गाजियाबाद, उम्र करीब 35 वर्ष, शिक्षा- कक्षा 7वीं।
3. ज्ञानेन्द्र उर्फ ज्ञानी पुत्र धर्मपाल निवासी ग्राम रोरी, थाना मोदीनगर, गाजियाबाद, उम्र करीब 35 करीब, शिक्षा –

 

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