Noida: मेट्रो हॉस्पिटल में आग से बाल बाल बचे दर्जनों लोग, क्या फायर एनओसी के नियमों का पलन करता है अस्पताल प्रंबंधन

Noida Metro Hospital: आये दिन खबरें आती हैं कि अस्पताल में, फैक्टरी में या मकान में आग लग गई। आग भीषण होती है जिस कारण वह लोगों की जान ले लेती। अब तक कई ऐसे हादसे हो चुके हैं। अस्पताल में आग लगी और भार्ती मरीजों की जान चली गई। नोएडा के अस्पताल टारगेट पर रहते हैं, ताकि समय समय पर उनकी सुरक्षा अलग अलग विभागों से पुख्ता की जा सके। आज सुबह सेक्टर 11 स्थित मेट्रो अस्पताल आग लग गई सूचना मिलते ही फ़ायर सर्विस की कई गाड़ियां तत्काल मौके पर पहुँच गई। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या अस्पताल प्रबंधन ने फायर की एनओसी ले रखी है यदि ली है तो क्या जो एनओसी लेते वक्त नियमों का पालन किया जाता है वो हो रहा है।
थाना सेक्टर-24 क्षेत्रांतर्गत मेट्रो हॉस्पिटल सेक्टर-11 नोएडा में आग लगने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए 03 फायर सर्विस यूनिट घटनास्थल पर रवाना हुई, आग भू-तल पर मुख्य भवन से अलग बने फिजियोथेरेपी यूनिट में लगी थी, जिस कारण धुआं भवन में अंदर नहीं गया, न ही किसी मरीज को शिफ्ट करने की आवश्यकता पड़ी, मौके पर उपस्थित मेट्रो हॉस्पिटल के कर्मचारियों द्वारा आग को बुझाने की कोशिश की व आग को ज्यादा फैलने नहीं दिया गया। फायर सर्विस यूनिट द्वारा मौके पर पहुंचकर आग को पूर्णरूप से बुझा दिया गया है तथा स्मोक एक्सट्रैक्शन सिस्टम का प्रयोग कर धुएं को बाहर निकाला गया।

 

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