नही रहे फूटबाॅल के बादशाह पेले
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नही रहे फूटबाॅल के बादशाह पेले

छुनिया भर में फूटबाॅल के बादशाह माने जाने वाले पेले ने कैंसर के आगे हार मान ली। उनका निधन हो गया है। ब्राजील के फुटबॉलर पेले का 82 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। उनके निधन के बाद से ही दुनिया भर के फुटबॉल फैंस दुख में है। पेले के शानदार खेल और उनकी विरासत को याद कर अपने पसंदीदा फुटबॉलर को श्रद्धांजलि दे रहे है।
पेले विश्व फुटबॉल के सबसे शानदार गोल स्कोररों खिलाड़ियों में से एक थे, जिन्होंने ब्राजील की टीम को एक नहीं बल्कि तीन बार विश्व चैपियन बनाया था। पेले कैसी शख्सियत थे और कितने बड़े थे, उनके रिकॉर्ड्स से पता चलती है। उन्होंने 1363 मैचों के दौरान 1279 गोल दागे थे। इस कारण उनक नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया है। एक तरफ जहां पेले के निधन से फुटबॉल के एक युग का अंत हो गया है। वहीं अब आपको महान फुटबॉलर पेले के ऐसे मैचों के बारे में बताते हैं जो फुटबॉल फैंस के बीच आज भी चर्चा का विषय है।
वर्ष 1957 में अर्जेंटीना के खिलाफ किया था पहला गोल
पेले ने अपने करियर का पहला गोल वर्ष 1957 में किया था। ये गोल उन्होंने महज 16 वर्ष की उम्र में अर्जेंटीना की टीम के खिलाफ दागा था। ये मुकाबरा माराकाना में हुआ था जो दोनों टीमों के बीच एक फ्रेंडली मुकाबला था। इस मुकाबले में 76वें मिनट पर पेले ने ब्राजील के लिए अपना पहला गोल दागा था। इसके बाद ब्राजील के लिए गोल दागने की प्रक्रिया खत्म नहीं हुई।

विश्व कप 1958 में हैट्रिक बनाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी
पेले केवल एक खिलाड़ी ही नहीं थे, ये उन्होंने अपने हर मुकाबले में साबित किया। खास तौर से 1958 के विश्व कप सेमीफाइनल मुकाबले में ब्राजील और फ्रांस के बीच खेले गए मुकाबले में फोनटाइन जैसे आठ गोल करने वाले खिलाड़ी की टीम के खिलाफ ब्राजील का मुकाबला था। इस मुकाबले को अब भी पेले की हैट्रिक के लिए याद किया जाता ह। इस मुकाबले में सबसे युवा खिलाड़ी पेले ने हैट्रिक मारी और फ्रांस को 5-2 से मात दी।
सेमीफाइनल मुकाबले में हैट्रिक की बदौलत फ्रांस को मात देने वाले पेले ने अपना दमदार प्रदर्शन फाइनल मुकाबले में भी जारी रखा। फाइनल मुकाबले में पेले ने स्वीडन के खिलाफ दो गोल दागे थे। एक 17 वर्ष की उम्र के खिलाड़ी के इस गोल की आज भी चर्चा की जाती है। इस साल में पेले को अपना पहला विश्व कप भी मिला था।

विश्व कप 1962 के मैच में चोटिल हुए
वर्ष 1962 के मुकाबले में पेले ने करियर की पहली सबसे बड़ी इंजरी हुई थी। इस दौरान उन्होंने विश्व कप में मेक्सिको के खिलाफ एक गोल कर दिया था, जिसके बाद उन्हें इंजरी के कारण मुकाबलों से बाहर रहना पड़ा था। इस टूर्नामेंट में भी ब्राजील की टीम ने विश्व कप पर कब्जा जमाया था।

द हाफवे लॉब बनाम चेकोस्लोवाकिया के साथ अंतिम मैच
पेले 1970 में अपना तीसरा और अंतिम विश्व कप जीता था। इस टूर्नामेंट में उनके द्वारा दो शानदार गोल किए गए थे, जिसके लिए आज भी पेले को याद किया जाता है। चेकोस्लोवाकिया के खिालफ मुकाबले में एक गोल दाग कर उन्होंने टीम को जीत दिलवाई थी।

1970 में उरुग्वे के खिलाफ चलाया था जादू
इस विश्व कप के सेमीफाइनल मुकाबले में उरुग्वे के खिलाफ पेले ने शानदार लीड हासिल की थी। इस मुकाबले में गोल कर पेले ने ब्राजील की टीम को फाइनल में पहुंचाया था।

ब्राजील के लिए 100 गोल
1970 के विश्व कप के फाइनल मुकाबले में एक गोल करने के बाद पेले जैरजिन्हो के साथ गोल करने का जश्न मनाते है। ये गोल उनका ब्राजील की टीम के लिए 100वां गोल था। ये गोल पेले ने एक हेडर के जरिए किया था। इसके बाद उन्होंने अन्य तीन गोल करने में भी टीम के खिलाड़ियों की मदद की। इसके साथ ही पेले ने रिकॉर्ड तीन विश्व कप जीतने की उपलब्धि भी हासिल की थी।

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