5 महीने बाद, एयर इंडिया 171 के इकलौते जीवित बचे यात्री ने क्या कहा ‘मैं पत्नी और बेटे से बात नहीं करता’, अकेले रहता हूँ, पढ़िए पूरी खबर

Air India flight AI 171 crash news from Ahmedabad to London Gatwick.: 12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 के क्रैश में 241 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों समेत कुल 260 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे में जमीन पर भी 19 लोग मारे गए थे। इस भयावह दुर्घटना के इकलौते जीवित बचे यात्री विशवाश कुमार रमेश (30) आज भी सदमे से उबर नहीं पाए हैं। बीबीसी न्यूज को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि वह खुद को ‘दुनिया का सबसे खुशकिस्मत इंसान’ मानते हैं, लेकिन अपने छोटे भाई अजय की मौत ने उन्हें अंदर से तोड़ दिया है।

विशवाश बोइंग 787-8 विमान की सीट 11A पर बैठे थे, जबकि उनके भाई अजय 11J पर। टेकऑफ के तुरंत बाद विमान क्रैश हो गया और बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल बिल्डिंग से टकरा गया। विशवाश चमत्कारिक रूप से बच निकले। पैरामेडिक्स ने उन्हें धुएं और आग के बीच से चलते हुए देखा। पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी इस फ्लाइट में सवार थे और उनकी भी मौत हो गई।

लंदन के लेस्टर में अपने घर लौटने के बाद विशवाश पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD) से जूझ रहे हैं। इंटरव्यू के दौरान वह कई बार भावुक हो गए। उन्होंने कहा, “मैं इकलौता बचा हूं। अभी भी विश्वास नहीं होता। यह चमत्कार है। मैंने अपना भाई खो दिया, जो मेरी रीढ़ की हड्डी था। पिछले कुछ सालों से वह मेरा सहारा था। अब मैं अकेला हूं। मैं कमरे में अकेले बैठता हूं, पत्नी और बेटे से बात नहीं करता। घर में अकेला रहना पसंद करता हूं।”

हादसे की यादें साझा करने से वह कतराते हैं। “उस दिन के बारे में कुछ नहीं कह सकता। बहुत दर्दनाक है।” वह अभी ठीक से चल नहीं पाते, पत्नी की मदद लेते हैं। काम पर लौटना या गाड़ी चलाना संभव नहीं हो पाया। रात भर सोचते रहते हैं, मानसिक रूप से पीड़ित हैं। उनकी मां पिछले चार महीनों से दरवाजे के बाहर बैठी रहती हैं, किसी से बात नहीं करतीं। पूरा परिवार मानसिक, शारीरिक और आर्थिक संकट में है।

विशवाश दिउ के पटेलवाड़ी गांव के मछुआरा परिवार से हैं। उनके पिता रमेश कुमार भलाईया हैं। परिवार के चार भाई हैं। वे मछली पकड़ने के सीजन में दिउ आते हैं और ब्रिटेन में गारमेंट स्टोर चलाते हैं। इस हादसे में दिउ के 14 लोग मारे गए, जिनमें चार ब्रिटिश नागरिक शामिल हैं। विशवाश ब्रिटिश नागरिक हैं।
परिवार के प्रवक्ता रैड सीगर और कम्युनिटी लीडर संजीव पटेल ने बताया कि एयर इंडिया ने अंतरिम मुआवजा के रूप में 21,500 पाउंड (लगभग 23 लाख रुपये) दिए हैं, लेकिन यह पर्याप्त नहीं। एयर इंडिया को तीन बार मीटिंग के लिए आमंत्रित किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। सीगर ने कहा, “यह शर्मनाक है कि हमें विशवाश को इस इंटरव्यू के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। एयर इंडिया के अधिकारी यहां होने चाहिए।”

एयर इंडिया ने बयान में कहा कि टाटा ग्रुप के सीनियर लीडर्स परिवारों से मिल रहे हैं और सांत्वना व्यक्त कर रहे हैं। मीटिंग का ऑफर दिया गया है और सकारात्मक जवाब की उम्मीद है।

यह हादसा भारत के विमानन इतिहास के सबसे भयावह हादसों में से एक है। डीजीसीए ने एयर इंडिया की सुरक्षा जांच शुरू की है। परिवार न्याय और सहायता की मांग कर रहा है।

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