Economy: मुंबई। भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ी और ऐतिहासिक उपलब्धि सामने आई है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार 27 जून को सप्ताह में 4.84 अरब डॉलर की जबरदस्त बढ़त के साथ 702.78 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। यह स्तर भारत के आर्थिक इतिहास में एक नई मजबूती और स्थिरता का प्रतीक बन गया है। इससे पहले 21 जून को समाप्त सप्ताह में यह भंडार 1.01 अरब डॉलर घटकर 697.93 अरब डॉलर रह गया था। लेकिन ताजा आंकड़े यह दर्शाते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था वैश्विक अस्थिरता के बावजूद मजबूत आधार पर खड़ी है।
Economy:
🔹 स्वर्ण भंडार में आंशिक गिरावट
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, स्वर्ण भंडार का मूल्य 1.23 अरब डॉलर घटकर 84.5 अरब डॉलर रह गया है। हालांकि इसमें गिरावट आई है, लेकिन कुल विदेशी मुद्रा भंडार में अन्य क्षेत्रों की मजबूती से इसकी भरपाई हो गई है।
एसडीआर और आईएमएफ में बढ़त
-
विशेष आहरण अधिकार (SDR) में 15.8 करोड़ डॉलर की बढ़त दर्ज की गई है, जिससे यह बढ़कर 18.83 अरब डॉलर हो गया।
-
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के पास भारत का आरक्षित भंडार भी 17.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 4.62 अरब डॉलर हो गया।
🔹 अब तक का उच्चतम स्तर निकट
सितंबर 2024 के अंत में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 704.88 अरब डॉलर के अपने अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया था। मौजूदा आंकड़े बताते हैं कि भारत दोबारा उसी दिशा में बढ़ रहा है।
क्या है इसका अर्थव्यवस्था पर असर?
-
रुपये की स्थिरता में मदद मिलेगी
-
आयात खर्चों को कवर करने की क्षमता मजबूत होगी
-
विदेशी निवेशकों का विश्वास और बढ़ेगा
-
मुद्रास्फीति पर नियंत्रण रखने में भी भूमिका निभाएगा
Economy:
Bihar News: पिता ने अपने 8 महीने के मासूम बेटे को 2 लाख रुपये में बेचा, पुलिस बचाने गयी तो उल्टा पुलिस पर हमला