Delhi News: कांग्रेस ने आयोग के चुनावी बांड संबंधी ट्वीट हटाने पर जताई गहरी आपत्ति
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Delhi News: कांग्रेस ने आयोग के चुनावी बांड संबंधी ट्वीट हटाने पर जताई गहरी आपत्ति

Delhi News: नयी दिल्ली। चुनावी बांड को लेकर मोदी सरकार पर लगातार हमले कर रही कांग्रेस ने बांड से संबंधित एक ट्वीट हटाने के चुनाव आयोग के निर्देश पर आज कड़ी आपत्ति जताई और इस निर्देश को अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला करार दिया। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने बुधवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स ’ पर चुनावी बांड संबंधी एक खबर पोस्ट की गयी जिसको लेकर चुनाव आयोग की तरफ से चार हैंडल्स के ट्वीट डिलीट करने को कहा गया। इस पर एक्स ने कहा “हम अभिव्यक्ति की आजादी में रुकावट नहीं डालना चाहते लेकिन हमारे पास यह निर्देश आया इसलिए हमें ऐसा करना पड़ा।”

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श्रीमती श्रीनेत ने कहा “अगर कोई व्यक्ति हेट स्पीच दे रहा है, धर्म का इस्तेमाल कर रहा या किसी व्यक्ति के खिलाफ भद्दी टिप्पणियां कर रहा है तो वह उल्लंघन होता है लेकिन डिलीट हुए पोस्ट में इलेक्टोरल बॉन्ड की बात की गई थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे छिपाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। इलेक्टोरल बॉन्ड आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला है इसलिए वह इस पर बात नहीं कर पा रहे हैं। चुनाव आयोग को इलेक्टोरल बॉन्ड क्यों आपत्ति जनक लगा।”

उन्होंने कहा “मोदी सरकार के आईबी मंत्रालय ने किसान आंदोलन का समर्थन करने वाले हरपाल सिंह सांघा जैसे किसान नेताओं के सोशल मीडिया अकाउंट्स बंद कर दिए। इसके साथ ही किसान आंदोलन को निष्पक्ष रूप से कवर करने वाले पत्रकारों के हैंडल्स को भी सस्पेंड कर दिया गया। अभी हाल ही में यूट्यूब ने ‘बोलता हिंदुस्तान’ चैनल बंद कर दिया और अन्य चैनलों को नोटिस भेजे गए। इवीएम जैसे मुद्दों पर अगर बात की जाती है तो उनका मॉनीटाइजेशन बंद कर दिया जा रहा है।”

प्रवक्ता ने कहा “आज मोदी सरकार के काले कारनामे बताने वाले हर व्यक्ति को प्रताड़ित किया जा रहा है। मोदी सरकार ने मेनस्ट्रीम मीडिया को तो कब्जे में ले लिया है जहां दिन-रात ‘मोदी मोदी’ होता रहता है। यूट्यूब चैनल डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म को बंद करने का काम हो रहा है क्योंकि यहां चरणवंदन नहीं हो पा रहा है।ये तब हो रहा है जब इंडियन आईटी एक्ट के दो क्लॉज़ पर मद्रास हाईकोर्ट ने स्टे लगा रखा है। यह चिंताजनक है क्योंकि यह शैडोबैन और रीच ख़त्म करने का विषय है जो लोगों के आय के साधन पर सीधा प्रहार है।”

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