Crime: जिंदा की हो गई तेहरवीं और मरे हुए की कर रहे थे तलाश
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Crime: जिंदा की हो गई तेहरवीं और मरे हुए की कर रहे थे तलाश

मकसद तो पूरा हो ना सका लेकिन एक बेगुनाह की जान चली गई मां बाप बेटी के जिंदा होने की की आस में तलाश करते रहे लेकिन उनको पता नहीं था कि बेटी किसी के बदले की साजिश का शिकार हो गई है। कहानी खौफनाक है ऐसा लगेगा कि आंखों के सामने काल्पनिक फिल्म चल रही हो, लेकिन यह हकीकत है ऐसी वारदात हुई है। माता पिता के निधन के बाद दादरी की 22 वर्षीय युवती पायल ने अपने माता-पिता की आत्महत्या को हत्या मानकर उसका बदला लेने के लिए खौफनाक साजिश रच डाली। उसने पहले अपनी ही कद काठी की एक लड़की तलाश की उसके बाद फेसबुक पर बने फ्रेंड अजय के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। खुद को मरा हुआ घोषित कर तहेरवीं भी करा ली जबकि जिस युवती की हत्या की उसके मां-बाप उसे तलाश करते रहे। पायल अपने चार रिश्तेदारों से मां-बाप की हत्या का बदला लेना चाहती थी, लेकिन उससे पहले ही सलाखों के पीछे पहुंच गई। यह खुलासा थाना बिसरख पुलिस ने किया है और युवती व उसका प्रेमी हिरासत में ले लिए गए हैं। खास बात यह है कि जिस पायल भाटी को पुलिस ने हिरासत में लिया है उसे 20 दिन पहले मरा हुआ मान लिया गया था और ऐसा दर्शाया गया था कि उसने आत्महत्या की है। इतना ही नहीं पुलिस ने हेमा के शव को पायल रिश्तेदारों के सुपुर्द कर दिया था। परिजनों ने अंतिम संस्कार किया और तेरहवीं भी कर ली और पायल भाटी अपने प्रेमी अजय ठाकुर के साथ मिलकर सभी को चकमा देती रही। दरअसल हुआ यूं कि पायल ने अजय ठाकुर की मदद से हेमा चैधरी को उसके गौर सिटी माॅल से अगवा कराया और घर ले जाकर उसके हाथों की नसें काट कर हत्या कर दी। हेमा की शिनाख्त ना हो इसके लिए उसके चेहरे पर खोलता हुआ तेल डाल दिया। इसके बाद पायल ने उसे अपने कपड़े पहना दिए एक सुसाइड नोट छोड़ा और अपनी आत्महत्या का नाटक रच डाला। हेमा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी गई। परिजन तलाश में थाने के चक्कर लगाते रहे। परिजनों को उम्मीद थी कि उनकी बेटी मिल जाएगी आज भी हेमा के परिजनों को विश्वास नहीं हो रहा कि उनकी बेटी अब इस दुनिया में नहीं है वह एक साजिश का शिकार हो चुकी है।
बताया जा रहा है कि पायल की दोस्ती फेसबुक के जरिए अजय ठाकुर से हुई। कुछ दिन में दोस्ती प्यार में बदल गई पायल के घर अजय का आना-जाना शुरू हो गया। पायल अजय से मिलने के लिए अपने भाइयों के खाने में नशीला पदार्थ मिला देत थी। जिससे उन्हें घर में आने जाने वालों का आभास नहीं होता था। दोनों ने शादी का फैसला किया। दो बच्चों के पिता अजय से पायल ने अपनी खौफनाक साजिश बताई ताकि उसे अंजाम दिया जा सके। प्यार में अंधा हुआ अजय ठाकुर पायल की साजिश में शामिल हो गया। दोनों ने मिलकर पायल जैसी कद काठी की युक्ति हेमा को तलाश किया और उसे अपनी इस साजिश का शिकार बना लिया पायल को गौर सिटी के मॉल में ले जाकर हेमा को दिखाया पायल के यहां कहने के बाद अजय ने हेमा से बातचीत की। इस दौरान हेमा को कुछ रुपयों की जरूरत थी अजय ने हेमा को पैसे देने के लिए मॉल के बाहर 12 नवंबर को बुलाया और फिर उसे सीधे पायल के घर बडपुरा ले गया लेकिन हेमा को अगवा दिखाया गया था। अजय और पायल ने मिलकर हेमा के गले में हाथ की नसें काटकर उसकी हत्या कर दी।
बताया जा रहा है कि पायल भाटी ने माता-पिता ने 6 महीने पहले मई में आर्थिक तंगी से तंग आकर आत्महत्या की थी। पायल के भाई अरुण की शादी करवाने वाले बिचैलिया सुनील ने 5 लाख पायल के माता-पिता को उधार दिए थे। यह रकम चुका नहीं पा रहे थे। तंग आकर उन्होंने सुसाइड की पायल का मानना है कि बिचैलिएं सुनील, उसकी भाभी स्वाति व दो भाई कोशिंदर व गोलू की वजह से उसके माता-पिता ने जान दी है। पायल इन चारों को मौत के घाट उतारना चाहती थी इसीलिए उसने अपनी मौत का स्वांग रच डाला। जब इन चारों की हत्या होती तो पायल पर बिल्कुल भी शक नहीं जाता और वह अपने प्रेमी के साथ जिंदगी गुजार लेती जिस दिन हेमा की अजय और पायल ने हत्या की उसके 7 दिन बाद दोनों ने सात फेरे ले लिए, जबकि अजय के बीवी बच्चे भी उसे तलाश कर रहे थे उसने अपना फोन बंद किया हुआ था, सिकंदराबाद थाने में अजय की गुमशुदगी दर्ज है।

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