ग्रेटर नोएडा वेस्ट में एक के बाद एक बिल्डरों की करतूतें नजर आने लगी है। इस बार टेक जॉन 4 में नेक्स वन (NEX ONE) कमर्शियल ऑफिस स्पेस के सैकड़ों बायर्स ने बिल्डर के खिलाफ जमकर हंगामा किया। नेक्स वन प्रोजेक्ट के तहत ऑफिस ओनर्स और बिल्डर के बीच विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। आज यानी 18 अप्रैल को एक गंभीर घटना सामने आई। बिल्डर के बाउंसर्स ने कई ऑफिस ओनर्स को धमकाया और उनकी गाड़ियों को परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया। गुडागर्दी करते हुए नौबत हाथापाई तक आई। इस दौरान पुलिस पर भी पक्षपात करने के आरोप लगाए गए। बायर्स का कहना है कि राजनीतिक दबाव में पुलिस कार्रवाई कर रही है। बताया जा रहा है कि अब एक और डिफाल्टर बिल्डर तैयार हो रहा है।
ऐसे बढा विवाद
यहां पहुंचे बायर्स का कहना है कि जब NEX ONE ऑफिस मालिकों ने विनम्रता से गाड़ियों को अंदर जाने देने की गुजारिश की, तो बाउंसर्स ने उन्हें यह कहते हुए मना कर दिया कि बिना पार्किंग चार्ज दिए वाहन अंदर नहीं जा सकते। स्थिति और तनावपूर्ण तब हो गई जब बाउंसर्स ने खुलेआम धमकी दी कि अगर किसी ने नियम नहीं माने तो उनकी गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए जाएंगे। मजबूर होकर ऑफिस ओनर्स ने बूम बैरियर के पास गाड़ियाँ खड़ी करके शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया।
पुलिस पर भी भड़के
पुलिस पर भी उठे सवाल घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन ऑफिस ओनर्स का आरोप है कि पुलिस ने बिल्डर का पक्ष लेते हुए उनकी गाड़ियों को वहां से हटवा दिया। पुलिस ने चेतावनी दी कि अगर रोड ब्लॉक किया गया तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इससे माहौल और अधिक तनावपूर्ण हो गया और झड़प की संभावना बन गई।
बिल्डर की सीधी धमकी और राजनीतिक दबाव का आरोप
बताया जा रहा है कि बिल्डर के लीगल एडवाइजर मिस्टर गौरव चैहान ने खुलेआम चेतावनी दी कि, यह बिल्डिंग मत्री जयवीर सिंह की है, जो वर्तमान में बरोली विधानसभा से विधायक हैं और मैं उनका भांजा हूँ। यहाँ कानून सिर्फ मत्री जी का ही चलेगा। आप जो कर सकते हैं कर लीजिए, हम दिनांक 21 अप्रैल 2025 से उन सभी ऑफिस ओनर्स की गाड़ियों का प्रवेश पूरी तरह बंद कर देंगे जिन्होंने बिल्डर को भुगतान नहीं किया है।
सपोर्ट में उतरे नेफोमा अध्यक्ष
नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने बताया की NEX ONE कमर्शियल स्पेस में ज्यादातर ऑफिस खाली पड़े हुए हैं ऑफिस चल नहीं रहे हैं बिल्डर का ध्यान जिन लोगों ने लाखों करोड़ों रुपए लगाए हैं उन ऑफिस को चलवाने में होना चाहिए ना कि ध्यान उसमें होना चाहिए की पार्किंग से पैसे कमाए जाएं और मेंटेनेंस से पैसे कमाए जाएं बिल्डर सिर्फ पैसे कमाने में ध्यान लगा रहा है, लिफ्ट पर्याप्त नहीं है लिफ्ट के लिए आधा घंटा इंतजार करना पड़ता है एक बार है टावर 3 में गए थे आधा घंटा लिफ्ट नहीं मिली सब भरकर आ रही थी 15 मंजिल से सीढ़ियों से नीचे उतरे ।