52वें सीजेआई बने बी.आर. गवई, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिलाई शपथ, जानिए किन किन मामलों में निभाई महत्वपूण भूमिका

52nd CJI B.R. Gavai: भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में आज जस्टिस बी.आर. गवई ने शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। जस्टिस गवई ने जस्टिस संजीव खन्ना का स्थान लिया, जो कल यानी 13 मई को सेवानिवृत्त हुए।
जस्टिस बी.आर. गवई का जीवन परिचय
बता दें कि जस्टिस बी.आर. गवई का जन्म 24 नवंबर 1960 को महाराष्ट्र के अमरावती में हुआ था। उन्होंने 16 मार्च 1985 को बार में ज्वाइन किया था। उन्होंने बॉम्बे हाईकोर्ट में प्रैक्टिस की। उन्होंने 2003 से 2005 तक बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर बेंच में बतौर सरकारी वकील और अतिरिक्त सरकारी वकील के रूप में कार्य किया। उन्हें 2019 में सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। न्यायमूर्ति बी.आर. गवई सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बनने वाले पहले बौद्ध हैं और अनुसूचित जाति से आने वाले दूसरे न्यायाधीश हैं। जस्टिस गवई ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण फैसले दिए हैं। वह अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के केंद्र सरकार के फैसले को बरकरार रखने वाले पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ का हिस्सा थे। उन्होंने आपराधिक कानून, संवैधानिक कानून और सेवा कानून सहित कानून के विभिन्न क्षेत्रों में काम किया है। उन्हें एक निष्पक्ष और न्यायप्रिय न्यायाधीश के रूप में जाना जाता है।
जस्टिस बी.आर. गवई का कार्यकाल
मालूम हो कि जस्टिस बी.आर. गवई का कार्यकाल 23 नवंबर 2025 तक रहेगा। उनके कार्यकाल में, सुप्रीम कोर्ट कई महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई करेगा, जिनमें वक्फ अधिनियम से संबंधित मामला भी शामिल है। न्यायमूर्ति गवई से अपेक्षा है कि वे अपने अनुभव, संवैधानिक दृष्टिकोण और न्यायिक प्रशासन की गहरी समझ के साथ न्यायपालिका को और अधिक मजबूत बनाएंगे।
शपथ ग्रहण समारोह
जस्टिस बी.आर. गवई ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। शपथ लेने के बाद, जस्टिस गवई ने अपनी मां के पैर छुए और उनका आशीर्वाद लिया। जस्टिस बी.आर. गवई का मुख्य न्यायाधीश बनना भारतीय न्यायपालिका के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। उनके कार्यकाल में न्यायपालिका से कई महत्वपूर्ण फैसलों की उम्मीद है।

 

यहां से शेयर करें