दिन निकलते ही मस्जिद का सर्वे करने पहुंची टीम का विरोध, पथराव के बाद लाठीचार्ज, इलाका छावनी में तब्दील

संभल की शाही जामा मस्जिद का दिन निकलते ही दूसरे चरण का सर्वे शुरू किया गया था। भारी संख्या में पुलिस बल कौ मुस्तैद किया गया था। लोग इसका विरोध करने लगे। इस टीम को देखते हुए लोग गुस्से से आगबबुला हो गए। देखते ही देखते भीड़ एकत्र हुई। पुलिस ने भीड़ को हटाने की कोशिश की तो विरोध के साथ पथराव शुरू हो गया। पुलिस ने तुरंत लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा। घटना के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। प्रशासन ने धारा 144 लागू कर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।

बता दें कि सुबह करीब 6 बजे डीएम-एसपी के साथ एक टीम मस्जिद का सर्वे करने के लिए पहुंची थी और सुबह-सुबह टीम को देखकर लोग भड़क गए। कुछ ही टाइम के बाद काफी बड़ी संख्या में लोग मस्जिद के बाहर इकट्ठा हो गए। भीड़ मस्जिद के अंदर जाने की कोशिश करने लगी तो पुलिस ने सभी को रोकने की पूरी कोशिश की। जब पुलिस ने ऐसा किया तो कुछ लोगों ने पथराव करना शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस ने लोगों पर लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ा। इतना ही नहीं लोगों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे गए।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी पैनी नजर
पुलिस की टीम ने सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म्स पर भी पैनी नजर रखी हुई है। भड़काऊ या विवादित पोस्ट करने पर पुलिस द्वारा एक्शन लिया जाएगा। एसपी कृष्ण कुमार बिश्ननोई ने कहा कि इस तरह की पोस्ट से अशांति फैल सकती है। इसलिए टीम सभी प्लेटफॉर्म्स पर नजर बनाए हुए है। एक मामला इससे पहले भी सामने आया था तो पुलिस ने कार्रवाई भी की थी।

मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने की शांति की अपील
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी बरेलवी ने संभल के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि संभल मस्जिद का मामला कोर्ट में विचाराधीन है। ऐसी सूचना है कि मस्जिद का सर्वे शुरू होने पर लोगों ने पथराव किया है, मैं मुसलमानों से अपील करना चाहता हूं कि ऐसा न करें, यह उचित नहीं है, शांति बनाए रखें। इस्लाम शांति सिखाता है।
ये है पूरा मामला
बता दें कि हिंदू पक्ष की तरफ से कोर्ट में वाद दायर किया था। इसमें उन्होंने शाही जामा मस्जिद के हरिहर होने का दावा किया है। कोर्ट ने एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त किया। मंगलवार को कोर्ट कमिश्नर ने मस्जिद पहुंचकर सर्वे भी किया था। इसकी करीब दो घंटे तक वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई थी। कोर्ट ने कोर्ट कमिश्नर को सात दिन के अंदर रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया था। इसके बाद से पुलिस बल पूरी तरह से अलर्ट मोड में है। जामा मस्जिद की तरफ आने-जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया गया है। पीएसी और आरएएफ के जवाव को तैनात किया गया है। जामा मस्जिद के आसपास सीसीटीवी कैमरे भी लगवा दिए हैं।

 

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