नोएडा पुलिस को जीएसटी के 15000 करोड़ के फ्रॉड मामले में आज एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन तीनों की पुलिस लंबे समय से तलाश कर रही थी। फिलहाल पकड़े गए तीनों युवकों से पुलिस पूछ्ताछ कर रही है। इस मामले में कितने लोग शामिल है। इस पूरे मामले में पुलिस ने पहले भी कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है हरियाणा के कई व्यापारी जीएसटी फ्रॉड में शामिल पाए गए थे उसके अलावा कुछ लोग देश छोड़कर भाग गए। अब ये इस मामलें में 35वी गिरफ्तारी है।
मालूम हो कि जीएसटी फर्जीवाड़े में नोएडा पुलिस इससे पहले 33 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। नोएडा पुलिस ने वर्ष 2023 में देशभर में चल रहे जीएसटी फ्रॉड का खुलासा किया था। डीसीपी क्राइम शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि करोड़पति कारोबारी तुषार का दिल्ली समेत अन्य शहरों में मेटल व पैकेजिंग का कारोबार है। मामले में कोतवाली सेक्टर 20 में मुकदमा दर्ज किया गया था। तुषार को पहले जीएसटी की टीम भी गिरफ्तार कर चुकी है। दो माह तक जेल में रहने के बाद उसे जमानत मिल गई थी।तुषार ने कारोबार की आड़ में 35 फर्जी कंपनियां बनाईं और फर्जी बिल बनाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट ले लिया। अब तक की जांच में करीब 24 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। मामले में दो कारोबारियों अजय शर्मा और संजय जिंदल को पूर्व में गिरफ्तार किया गया था। इनसे पूछताछ के दौरान तुषार का इनपुट मिला था।
अब तक ये आरोपी हो चुके है गिरफ्तार
मामले में अब तक 33 आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। इनसे पूछताछ के बाद पता चला है कि आरोपियों ने तीन हजार से अधिक फर्जी कंपनियां बनाकर ठगी की है। मामले में गौरव सिंघल, गुरमीत सिंह, राजीव, राहुल, विनीता, अश्वनी, अतुल सेंगर, दीपक मुरजानी, यासीन, विशाल, राजीव, जतिन, नंदकिशोर, अमित कुमार, महेश, प्रीतम शर्मा, राकेश कुमार, अजय कुमार, दिलीप कुमार, मनन सिंघल, पीयूष, अतुल गुप्ता, सुमित गर्ग, कुणाल आदि को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन अब तक कोर्ट से किसी को जमानत नहीं मिली है।