दिल्ली की एक कोर्ट के निर्देश पर गठित पांच सदस्यीय मेडिकल बोर्ड ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल में दो यूनिट इंसुलिन लेना जारी रखने को कहा है। इसके अलावा कहा कि, निर्धारित दवाओं की सूची में कोई बदलाव नहीं किया गया है और केजरीवाल पूरी तरह से स्वस्थ हैं। दिल्ली की एक कोर्ट के आदेश पर एम्स के पांच डॉक्टरों की टीम ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए सीएम केजरीवाल के स्वास्थ्य की समीक्षा की। इस टीम में एम्स के दो डॉक्टर भी शामिल रहे। ये समीक्षा तकरीबन आधे घंटे तक चली। मेडिकल बोर्ड एक हफ्ते बाद केजरीवाल के स्वास्थ्य की दोबारा समीक्षा करेगा। बता दें कि इस सप्ताह की शुरुआत में सीएम केजरीवाल का शुगर लेवल 320 तक पहुंचने के बाद आप सुप्रीमो को तिहाड़ जेल में इंसुलिन की पहली खुराक दी गई थी।
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इससे पहले भी दिल्ली की अदालत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपने डॉक्टर से दैनिक परामर्श की मांग करने वाली अरविंद केजरीवाल की याचिका खारिज कर दी थी। इसके बाद कोर्ट ने तिहाड़ जेल अधिकारियों को एम्स के डॉक्टरों को शामिल करते हुए एक मेडिकल बोर्ड गठित करने का निर्देश दिया, ताकि यह तय किया जा सके कि टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित ।
सुप्रीमो ने पूछा इंसुलिन की आवश्यकता है या नही
कोर्ट ने घर में पकाए गए भोजन की भी अनुमति दी थी, लेकिन कहा था कि उसे केजरीवाल के डॉक्टर द्वारा दिए गए आहार चार्ट का सख्ती से पालन करना होगा। अदालत का आदेश तब आया जब ईडी ने आरोप लगाया कि, केजरीवाल मेडिकल जमानत के लिए आधार बनाने के लिए अपने रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाने के लिए जानबूझकर आम, आलू पुरी, मिठाई खा रहे थें