उत्तर प्रदेश में बारिश को कहर, अबतक 11 लोगों की मौत
लखनऊ। पूरे उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। कमजोर कच्चे मकान और दीवार ढहने से अबतक उनके मलबे में दबकर सात लोगों की मौत हो चुकी है। दर्जों लोग घायल हो गए उनको इलाज के लिए अलग अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कानपुर के एक मकान में पानी भरने के दौरान सो रहे एक सफाई कर्मी की मौत हो गई। जबकि लखनऊ के आसपास जिलों में 11 मौतें होना बताया गया है। प्रदेश के कई स्थानों पर नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।
लगातार बारिश से घर गिरने की घटनाओं में फर्रुखाबाद में दो की मौत और 13 घायल हुए, कानपुर देहात में मकान ढहने से मां की मौत हो गई जबकि बेटा घायल हो गया। कन्नौज एक वृद्धा समेत तीन लोगों के मरने की बात सामने आई है। फतेहपुर में कोठरी गिरने से वृद्धा की मौत हो गई। बांदा समेत अन्य जिलों में कई स्थान पर घर गिरने की घटनाएं हुईं, हालांकि कोई जनहानि नहीं बताई गई है।
जबकि मीरजापुर, भदोही, वाराणसी, बलिया, चंदौली और गाजीपुर में गंगा के उफान से लोग दहशत में हैं। इलाहाबाद में रविवार से हो रही बारिश से पारा काफी नीचे आ गया है। बारिश के कारण कच्चे मकानों की दीवारें ढहने और छप्पर गिरने की घटनाओं से राजधानी लखनऊ के आसपास जिलों में 11 मौतें हो गईं। हरदोई में चार, अमेठी में एक, रायबरेली में एक, बहराइच में दो, बाराबंकी में एक, लखीमपुर में एक और सीतापुर में एक की जान चली गई। शारदा, घाघरा और गंगा सहित सभी प्रमुख नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। शारदा और घाघरा लाल निशान से ऊपर बह रही हैं। सीतापुर में 65 गांव टापू बने हुए हैं।
ब्रज मंडल में नदियों में उफान आ रहा है। मथुरा में मंगलवार शाम पानी के चलते चेतावनी स्तर 165 मीटर को पार कर गई। मथुरा में नगला पोहपी में सरकारी स्कूल की छत गिरने से आधा दर्जन बच्चे घायल हो गए। वहीं एक मकान गिरने से पिता-पुत्री घायल हो गए। फीरोजाबाद में छत और दीवारें गिरने की घटनाओं में एक दर्जन लोग घायल हो गए। कासगंज में एक मकान ढह गया। आगरा के डौकी में मकान गिरने से तीन लोग घायल हुए हैं। शामली में यमुना खतरे के निशान से नीचे आ गई है। मुरादाबाद में रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। प्रदेश में जारी भारी बारिश के कारण सोमवार और मंगलवार को सूबे में 15 लोगों ने जान गंवायी हैै। राहत आयुक्त कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक इन दो दिनों में बारिश के कारण नौ लोग घायल हुए हैं जबकि 150 मकान क्षतिग्रसत हो गए।