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लगातार बारिश और बाढ़ से प्रदेश में स्थिति गंभीर, सेना तैनात

लखनऊ। पर्वतीय प्रदेशों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में लगातार बाढ़ औ्र बारिश के कारण स्थिति काफी गंभीर है। नदियों का जल स्तर उफान पऱ है। झांसी में सेना को बाढ़ पीडि़तों को सहायता देने के लिए लगाया गया है। यहां पर सेना ने हेलीकाप्टर की मदद से बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकाला जा रहा है।
प्रदेश में जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा की वजह से प्रदेश में गंगा नदी के साथ घाघरा, शारदा और रामगंगा समेत अनेक नदियां उफान पर हैं। यहां पर गंगा नदी नरौरा, अंकिनघाट और फर्रुखाबाद में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। इसके कारण बाढ़ ने कई जिलों में तबाही मचा दी है।
उत्तर प्रदेश के झांसी व ललितपुर में कल अचानक आई बाढ़ में फंसे लोगों को वायु सेना की मदद से बाहर निकाला गया। प्रदेश के राहत आयुक्त संजय कुमार ने बताया कि ललितपुर की तालबेहट तहसील में स्थित एक गांव अचानक भारी बारिश के कारण बाढ़ के पानी से घिर गया और वहां के छह निवासी फंस गए थे।
वायु सेना की टीम ने उन्हें सफलतापूर्वक बाहर निकाला। कुमार ने बताया कि झांसी जिले की गरौठा तहसील में बेतवा नदी पर बने एरच बांध के नजदीक टापूनुमा जगह पर फंसे आठ मछुआरों को भी वायु सेना की मदद से निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।

प्रदेश में बारिश की वजह से 24 घंटे के दौरान 16 लोगों की मौत हो गई तथा 12 अन्य जख्मी हैं। राहत आयुक्त कार्यालय से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान वज्रपात तथा बारिश के कारण मकान गिरने इत्यादि वर्षाजनित हादसों में कुल 16 लोगों की मौत हो गई। इनमें शाहजहांपुर में सबसे ज्यादा छह लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा सीतापुर में तीन, अमेठी तथा औरैया में दो-दो और लखीमपुर खीरी, रायबरेली व उन्नाव में एक-एक व्यक्ति की वर्षाजनित दुर्घटनाओं में मौत हुई है। प्रदेश में ऐसे हादसों में 12 लोग जख्मी भी हुए हैं। कुल 461 मकान अथवा झोपडिय़ां भी क्षतिग्रस्त हुई हैं।

मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अनेक इलाकों में बारिश हुई। अगले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के कुछ हिस्सों में वर्षा होने का अनुमान है। असम में बारिश और बाढ़ का कहर जारी है। कानपुर, गुमटिया, बलिया तथा डलमऊ में गंगा नदी का जलस्तर लाल निशान के नजदीक बना हुआ है। रामगंगा नदी डाबरी में खतरे के चिह्न को पार गयी है, जबकि मुरादाबाद में यह इस निशान के करीब पहुंच चुकी है। घाघरा नदी एल्गिनब्रिज, तुर्तीपार और अयोध्या में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
यहां पर शारदा नदी का जलस्तर पलियाकलां में लाल चिह्न के पार बना हुआ है। वहीं शारदानगर में यह इस निशान के करीब पहुंच चुकी है। क्वानो नदी चंद्रदीपघाट में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

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