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डंपिंग ग्राउंड पर ग्रेनो प्राधिकरण व प्रशासन के बीच तालमेल नहीं

नोएडा। डंपिंग ग्राउंड को लेकर नोएडा में तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब इस मामले में जिला प्रशासन और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण आमने-सामने आ गए हैं।
दरअसल, सेक्टर-123 में बवाल होने के बाद और मुख्यमंत्री के आदेश के बाद वहां से डंपिंग ग्राउंड को शिफ्ट करने के डीएम बीएन सिंह ने आदेश कर दिए। इसके बाद वहां जैसे ही खबर पहुंची तो खोदना खुर्द व आसपास के लोगों ने भी विरोध शुरू कर दिया। अब स्थिति यह है कि पिछले कई दिनों से नोएडा में कूड़ा नहीं उठ रहा है। जगह-जगह ढेर लग गए हैं। ऐसे में ग्रेटर नोएडा की ओएसडी विभा चहल ने आज पत्रकारों को बताया कि जहां डंपिंग ग्राउंड की बात अब की जा रही है वह जमीन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की अधिसूचित जमीन है और वहां आवासीय क्षेत्र प्रस्तावित है।
इस जमीन से विभिन्न योजनाओं के जरिए प्राधिकरण को धन प्राप्त होना था। मगर जिस तरह से यहां पर कूड़ा डलवाया जा रहा है। उससे प्राधिकरण के मास्टर प्लान को क्षति पहुंच रही है। इस मामले में ओएसडी विभा चहल ने बताया कि इस संबंध में उन्हें बहुत जानकारी नहीं है लेकिन हो सकता है कि पूर्व सीईओ आलोक टंडन और जिला अधिकारी के बीच इस बारे में कोई बातचीत हुई हो। लेकिन उन्होंने यह सत्यापित किया कि जहां पर कूड़ा डाला जा रहा है वहां की भूमि आवासीय उपयोग के लिए है।
दूसरी ओर खोदना खुर्द में डंपिंग ग्राउंड के विरोध को लेकर लोग एकजुट हो रहे हैं। पिछले तीन दिनों से लगातार यहां पर धरना प्रदर्शन चल रहा है। देखना यह है कि डंपिंग ग्राउंड बनेगा या नहीं।

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