मैच की शुरुआत में टॉस जीतकर भारत ने पहले बल्लेबाजी चुनी, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों ने शुरू से ही दबाव बनाना शुरू कर दिया। कमिंस ने 3 विकेट चटकाए, जबकि मिशेल स्टार्क और एडम ज़ैम्पा ने 2-2 विकेट हासिल किए। जोश हेज़लवुड ने भी किफायती स्पेल डाला। भारतीय ओपनर रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल जल्दी आउट हो गए, जिसके बाद मध्यक्रम के बल्लेबाज विराट कोहली (28 रन) और सूर्यकुमार यादव (22 रन) ने कुछ संघर्ष किया, लेकिन कोई बड़ा स्कोर नहीं बना सके। कुल मिलाकर, भारत की पारी 18.4 ओवरों में 125 रनों पर सिमट गई।
अब बारी है भारतीय गेंदबाजों की। जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और कुलदीप यादव जैसे स्टार गेंदबाजों पर सबकी नजरें टिकी हैं। अगर वे ऑस्ट्रेलिया को 126 रनों के लक्ष्य तक पहुंचने से रोक पाते हैं, तो यह टी20 इतिहास की एक यादगार जीत होगी। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डेविड वॉर्नर, ट्रेविस हेड और ग्लेन मैक्सवेल जैसे धुरंधर हैं, लेकिन भारतीय स्पिन और पेस का मिश्रण उन्हें परेशान कर सकता है।
क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि कम स्कोर वाले मैच में गेंदबाजों की भूमिका निर्णायक होती है। पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा, “भारतीय गेंदबाजों में वह क्षमता है जो मैच पलट सकती है। बुमराह की स्विंग और कुलदीप की फिरकी ऑस्ट्रेलिया को चुनौती देगी।”
मैच अभी भी खुला है और अगले कुछ घंटे रोमांच से भरे होंगे। क्या भारत चमत्कार कर पाएगा? देखते रहिए! 

