नोएडा की सोसाइटियों में मिल रहा बड़ा फॉल्ट, स्ट्रक्चरल ऑडिट के बाद पता चलेगा रहने वाले लोग कितने सुरक्षित

नोएडा में सैकड़ों बिल्डरों ने अलग अलग सोसाइटी का निर्माण किया है, मगर एक के बाद एक सोसायटी में फॉल्ट नजर आने लगे हैं। जितनी भी सुविधाओं के दावे किए गए उनमें से कुछ एक ही सोसायटीज में दिखाई देती है। इतना ही नहीं किसी सोसाइटी में पलस्तर झड़ रहा है तो कहीं पिलर कमजोर दिखने लगे हैं। ऐसा ही मामला अब सेक्टर 78 स्थित सिक्का कार्मिक ग्रीन्स सोसाइटी (Sikka Karmic Green)से सामने आया है। सोसायटी के पिलर कमजोर और पानी रिसने की बात सामने आई थी जिसके बाद अब सोसाइटी का स्ट्रक्चरल ऑडिट करवाने के लिए नोएडा प्राधिकरण की ओर से बिल्डर को नोटिस जारी कर दिया गया है। इसके लिए बिल्डर को दो महीने का समय दिया गया है।

सोसाइटी में रहने वाले लोगों ने बताया कि सोसाइटी में 692 फ्लैट हैं और यहां 2016 से लोगों ने रहना शुरू कर दिया था। सोसाइटी के बेसमेंट की हालत जर्जर है। यहां पानी का रिसाव रहता है। इससे बेसमेंट के पिलर कमजोर हो रहे हैं। प्लास्टर झड़ रहा है और सरिया तक बाहर दिखने लगा है। ऐसे में सोसाइटी निवासियों ने दिसंबर 2022 में नोएडा प्राधिकरण से स्ट्रक्चरल ऑडिट की मांग की थी। ढाई साल तक कोई सुनवाई नहीं हुई लेकिन सोसाइटी निवासी लगातार प्रयास करके नोएडा प्राधिकरण से स्ट्रक्चरल ऑडिट की मांग करते रहे। इसके बाद प्राधिकरण ने सुध ली और अप्रैल 2025 में उनकी टीम सोसाइटी का निरीक्षण करने आई थी। इस दौरान सोसाइटी के जर्जर बेसमेंट का हाल देखा और प्राधिकरण को सूचित किया गया।

प्राधिकरण के पैनल में शामिल है ये संस्थान
बता दें कि बहुमंजिला भवनों के स्ट्रक्चरल ऑडिट के लिए प्राधिकरण की ओर से पैनल में सम्मिलित एक संस्थान से सोसाइटी का स्ट्रक्चरल ऑडिट दो माह के भीतर करवाया जाए। इन संस्थानों में दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी, आईआईटी कानपुर, एमएनआईटी इलाहाबाद, बीआईटीएस पिलानी, एएमयू अलीगढ़, एमएनआईटी जयपुर, सीबीआरआई रुड़की, आईआईटी दिल्ली शामिल हैं।

 

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