सब रजिस्ट्रार कार्यालय में आंखें बंद करके हो रहा काम, फर्जी दस्तावेजों से हो रही रजिस्ट्री ग्रेनो में बढे मामले

Noida Sub Registrar Office, registration is being done with fake documents: नोएडा और ग्रेटर नोएडा में लगातार फर्जीवाडा बढता जा रहा है। अब फर्जीवाडे की जद में जिले के सब रजिस्ट्रार कार्यालय भी आ रहे है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या रजिस्ट्रार कार्यालय में आंखें बंद करके काम हो रहा है। फर्जी रजिस्ट्री के मामले में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बताया जा रहा है कि दादरी, जेवर और सदर सब-रजिस्ट्रार कार्यालयों में संगठित सक्रिय गिरोह जाली दस्तावेजों के आधार पर जमीन की रजिस्ट्री करा रहे है। इससे न केवल असली भूमि मालिकों को परेशानी उठानी पड़ रही है। बल्कि खरीदार भी कानूनी दांव पेंचों में फंस रहे हैं।
ग्रेनो में सामने आ रहे फर्जी मामले
ग्रेटर नोएडा में हर महीने ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जिसमें जालसाजों द्वारा फर्जी पहचान पत्र, नकली खतौनी और गढ़े हुए वारिसान प्रमाण पत्रों के जरिए रजिस्ट्री करवाई जाती है। यह पूरा खेल कुछ दलालों के माध्यम से खेला जा रहा है। दलाल, भू-माफिया और अंदरूनी कर्मचारियों की मिलीभगत से चल रहा है। गिरोह पहले ऐसी जमीन की तलाश करता है, जो लंबे समय से विवादित है या मालिक शहर से बाहर है। फिर उसमें फर्जी दस्तावेजों के आधार पर दावा पेश कर दिया जाता है। ऐसे मामलों में जाली पहचान पत्र, नकली खतौनी और फर्जी वारिसान प्रमाण पत्र का उपयोग कर के सब-रजिस्ट्रार कार्यालय में रजिस्ट्री करवा दी जाती है। इस पूरे खेल में दस्तावेजों की जांच करने की प्रक्रिया बेहद ढीली है। रजिस्ट्री के दौरान दस्तावेजों की सत्यता की गहन जांच नहीं की जाती। रजिस्ट्री होने के बाद असली मालिक को पता चलता है।

पुलिस भी ऐसे कई रोका कर चुकी है खुलासा

जाली कागजों से दूसरे की जमीन बेच देना और रजिस्ट्री विभाग में सांठगांठ कर रजिस्ट्री करा देना। गौतम बुद्ध नगर में बेहद आसान सा लगने लगा है। अब तक ऐसे कई गिरोह का खुलासा पुलिस भी कर चुकी है। पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार करने जेल भेजा है।

 

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