Noida News: लेफ्ट साइड में पहुंचा गॉल ब्लैडर तो डाक्टरों ने ये किया
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Noida News: लेफ्ट साइड में पहुंचा गॉल ब्लैडर तो डाक्टरों ने ये किया

Noida News:आमतौर पर किसी व्यक्ति के शरीर में लिवर, गॉल ब्लैडर राइट साइड में होता है, और हार्ट लेफ्ट साइड में, लेकिन एक महिला के लिवर, गॉल ब्लैडर राइट साइड की बजाय लेफ्ट साइड में थे। वहीं हार्ट राइट साइड में था। ऐसे में गॉल ब्लैडर की पथरी से पीड़ित महिला का आॅपरेशन करने से कई अस्पतालों के डॉक्टरों ने मना कर दिया था, लेकिन मेट्रो अस्पताल (Metro Hospital) के डॉक्टरों ने समस्या को समय से न केवल पहचाना बल्कि आॅपरेशन कर पथरी को निकाला।
मेट्रो इंस्टीट्यूट आॅफ ग्रैस्ट्रोइंटेरोलॉजी, हीपोटोलॉजी, जीआई सर्जरी और लिवर ट्रांसप्लांट के डायरेक्टर डॉ. हर्ष कपूर (Dr. Harsh Kapoor, Director of Liver Transplant) ने बताया कि 35 वर्षीय महिला इलाज के लिए अस्पताल में पहुंची थी। महिला को गॉल ब्लैडर में पथरी होने के कारण दर्द होने का प्रतीत हुआ। हार्ट नॉर्मली लेफ्ट साइड में होता है। लेकिन महिला का हार्ट राइट साइड में था। लिवर, गॉल ब्लैडर नॉर्मली राइट साइड में होता है। इस केस में लेफ्ट साइड पर था, जो थोड़ा आशचर्यजनक था। इसे साइट्स इनवर्सेस कहते हैं। क्योंकि अल्ट्रासाउंड में ज्यादा कुछ पता नहीं चला। लेकिन जब सीटी स्कैन जांच कराई तो कई आर्गन रोटेट (उल्टे) थे। यानी की लिवर और गॉल ब्लैडर लेफ्ट साइड में था। हार्ट नॉर्मली लेफ्ट में होता है लेकिन इस केस में राइड साइड में आ गया था। आंत घुमी हुई थी।

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Noida News: अक्सर डॉक्टर राइट साइड में गोल ब्डैलर का आॅपरेशन करते हैं लेकिन इस तरह का यह अस्पताल में पहला मामला सामने आया जब डॉक्टरों ने शरीर के अन्य अंग विपरीत दिशा में होने के बावजूद एक सफल आॅपरेशन किया। इस तरह का मामला 20 लाख लोगों में एक ही आता है। वहीं मरीज को भी इसमें काफी खतरा रहता है। लेकिन इस केस में मरीज को किसी तरह का कोई खतरा नहीं आया। इलाज में मरीज को किसी तरह की दिक्कत नहीं आई।
सबसे बड़ी बात यह रही कि हमारे लिए आॅपरेशन करने का कार्य सारा उल्टा था। ऐसे में डॉक्टरों से तालमेल बैठाना जरूरी था। अनुभव के कारण सफल आॅपरेशन रहा।

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