जानिए गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट का इतिहास: किस क्षेत्र से कटकर बनाई और सबसे पहला सांसद कौन बना? कितने वोटर करते है उम्मीदवार की किस्मत तय
1 min read

जानिए गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट का इतिहास: किस क्षेत्र से कटकर बनाई और सबसे पहला सांसद कौन बना? कितने वोटर करते है उम्मीदवार की किस्मत तय

1952 में हुए देश के पहले संसदीय चुनाव के वक्त गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट अस्तित्व में नहीं थी। तब यह क्षेत्र बुलंदशहर लोकसभा सीट का हिस्सा था। 1962 में तीसरे लोकसभा चुनाव के दौरान खुर्जा लोकसभा सीट का गठन किया गया और इसे अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित खुर्जा सीट में शमिल कर दिया गया। उस दौरान इस सीट पर कांग्रेस का मुकाबला जनता पार्टी,जनता दल और प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से होता था। 1992 में राम मंदिर का मुद्दा उछलने के बाद बीजेपी यहां न सिर्फ टक्कर में आई, बल्कि 1996 से 2004 तक इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का कब्जा रहा। 2009 में नए परिसीमन के साथ जहां कुछ क्षेत्र अलग हुआ, वहीं यह गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट बनी और इसे सामान्य सीट कर दिया गया। 2009 में गौतमबुद्ध नगर सीट पर पहला संसदीय चुनाव हुआ था, जिसमें बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सुरेंद्र सिंह नागर को जीत मिली थी। इसके बाद 2014 और 2019 में भाजपा प्रत्याशी डॉ. महेश शर्मा ने जीत का परचम फहराया। अभी तक इस सीट पर सपा की साइकिल नहीं दौड़ पाई है।

यह भी पढ़े : Lok Sabha Elections: गाजियाबाद में प्रधानमंत्री मोदी के रोड शो में उमड़ा जनसैलाब

2019 आम चुनाव के नतीजे
साल 2019 के लोकसभा चुनाव की बात की जाए तो भाजपा प्रत्याशी डॉ. महेश शर्मा ने 830812 (59.64 फीसदी) वोट पाकर बसपा के सतबीर को 3 लाख से ज्यादा वोटों के भारी अंतर से हराया था। बसपा के खाते में 493890 (35.45 फीसदी) वोट ही आए। वहीं कांग्रेस को 42077 (3.02 फीसदी) वोटों से ही संतोष करना पड़ा। 2014 में यहां 60 फीसदी मतदान ही हुआ था। इसमें भारतीय जनता पार्टी के डॉ. महेश शर्मा ने 599,702 (50 फीसदी) मत प्राप्त कर विजय पताका लहराई थी। वहीं समाजवादी पार्टी के नरेंद्र भाटी को कुल 319,490 मत प्राप्त हुए थे। वहीं, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सतीश कुमार 198,237 मत प्राप्त कर तीसरे स्थान पर रहे थे।
किस पार्टी ने किसको बनाया उम्मीदवार
भाजपा ने दो बार के विजेता डॉ. महेश शर्मा पर तीसरी बार भरोसा जताया है। इंडी गठबंधन में ये सीट सपा के खाते में है। सपा ने राहुल अवाना को मैदान में उतारा है। पिछले चुनाव की उपविजेता बसपा ने राजेन्द्र सिंह सोलंकी पर दांव लगाया है।

यह भी पढ़े : Gautam Buddha Nagar Lok Sabha: भाजपा बूथ अध्यक्ष सम्मेलन में पहुंचे डिप्टी सीएम, कहा जनता का हर वोट लोकतंत्र के लिए बहुमूल्य

गौतमबुद्धनगर सीट का जातीय समीकरण
गौतमब़ुद्ध नगर लोकसभा उत्तर प्रदेश की सीट नंबर-13 है। इस संसदीय क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 26 लाख 20 हजार है। जिनमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 14 लाख 21 हजार है, तो वहीं महिला मतदाताओं की संख्या 11 लाख 98 हजार 268 है। इस संसदीय क्षेत्र में गुर्जर, ठाकुर, दलित, मुस्लिम और ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या अधिक है। यहां सबसे ज्यादा वोटर राजपूत समुदाय से हैं। इस क्षेत्र में राजपूत वोटों की संख्या करीब 4.5 लाख है। जबकि ब्राह्मण वोटर्स की तादाद करीब 4 लाख, मुस्लिम वोटर्स की संख्या 3.5 लाख और गुर्जर वोटर करीब 4 लाख है। इस सीट पर दलित मतदाताओं की संख्या भी 3.5 लाख है। बाकी वोटर अन्य में शामिल हैं।

विधानसभा सीटों का हाल
गौतमबुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र में नोएडा,दादरी,जेवर,सिकंदराबाद और खुर्जा पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं। भाजपा का पांचों सीटों पर का कब्जा है। नोएडा से पंकज सिंह, दादरी से तेजपाल सिंह नागर, जेवर से धीरेन्द्र सिंह, सिकंदराबाद से लक्ष्मीराज सिंह और खुर्जा सीट से मीनाक्षी सिंह विधायक हैं। सिंकदराबाद और खुर्जा सुरक्षित विधानसभा सीट बुलन्दशहर जिले में आती हैं।

यहां से शेयर करें