स्वास्थ्य मंत्री द्वारा स्वास्थ्य जागरूकता को प्रोत्साहित करने के लिए ‘केयर कम्पैनियन प्रोग्राम’ की शुरुआत

मुख्यमंत्री भगवंत मान सरकार द्वारा स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र को प्रमुख प्राथमिकता दिए जाने के मद्देनजऱ स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने आज यहाँ राज्य सरकार के स्वास्थ्य जागरूकता प्रयासों को और बढ़ावा देने के लिए ‘केयर कम्पैनियन प्रोग्राम (सीसीपी) ’ की शुरुआत की।
इस संबंधी जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री स. चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने बताया कि राज्य भर में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं को सुनिश्चित बनाया जायेगा।  उन्होंने आगे बताया कि यह प्रोग्राम राज्य सरकार की एक पहल है, जिसका उद्देश्य इसमें मरीज़ के पारिवारिक सदस्यों को शामिल करना है। उन्होंने कहा कि इन सदस्यों को बुनियादी चिकित्सा सुविधाओं का प्रशिक्षण दिया जायेगा, जो मरीज़ को स्वस्थ होने में अहम भूमिका निभाते हैं।
स. जौड़ामाजरा ने अपने उद्घाटनी भाषण में और विवरणों की जानकारी देते हुए कहा कि पंजाब भारत का पहला राज्य है जिसने इस प्रोग्राम का विस्तार माँ और बच्चे की सेहत के अलावा मेडिकल और सर्जीकल इन-पेशैंट केयर के क्षेत्र तक किया है। उन्होंने आगे कहा कि यह प्रोग्राम लोगों को ज़रूरी बुनियादी स्वास्थ्य अभ्यासों के बारे में शिक्षित करने में मदद करता है, जिससे वह अपनी सेहत और तंदरुस्ती का ख़ुद ख्याल रख सकें।  स्वास्थ्य मंत्री ने एक आईवीआर/वाट्सऐप नंबर 080-47180443 भी लॉन्च किया, जिसके द्वारा कोई भी व्यक्ति स्वास्थ्य सन्देशों के लिए सब्सक्राइब कर सकता है और यह संदेश उनको तीन महीनों के लिए हफ़्ते में तीन बार प्राप्त होंगे। यह सेवा पूरी तरह मुफ़्त है और समय-सीमा पूरी होने पर फिर से सब्सक्राइब कर सकता है।
यह संदेश लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता वाले रवैये को प्रोत्साहित करेंगे और उनको स्वास्थ्य के प्रति बुरी आदतें छोडऩे के लिए प्रेरित करेंगे। मंत्री ने एक जागरूकता वीडियो भी जारी की और उन्होंने यह शानदार पहल लेकर आने के लिए सम्बन्धित प्रोग्राम अफ़सर डॉ. बलजीत कौर और ग़ैर-सरकारी संगठन नूरा हैल्थ एंड योसएड इनोवेशन फाउंडेशन के शाथ्हद आलम के प्रयासों की सराहना की, जोकि लोगों में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने के लिए अहम साबित होगा।
एन.एच.एम. के मिशन डायरैक्टर अभिनव त्रिखा ने ज़ोर देते हुए कहा कि यह प्रोग्राम बहुत सोच विचार कर तैयार किया गया है, जिसका उद्देश्य प्रमोटिव और प्रीवैंटिव हैल्थ को मज़बूत करना है। सीसीपी को स्थानीय स्वास्थ्य मुद्दों जैसे कि कोविड, मलेरिया, डेंगू, आयोडीन की कमी के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा रहा है और हैल्थ फैसिलिटी लेवल पर स्वास्थ्य जागरूकता सामग्री भी प्रदान की जायेगी।  डायरैक्टर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. रणजीत सिंह घोतड़ा ने स्वास्थ्य मंत्री को इस नयी पहल को सफलतापूर्वक लागू करने का आश्वासन दिया और नर्सों एवं स्वास्थ्य देखभाल स्टाफ सीसीपी सैशनों के द्वारा यह सुनिश्चित बनाएंगे कि कोई भी मरीज़ और उनके रिश्तेदार शिक्षा से वंचित न रहें।
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