खुलासाः ये है नोएडा की लेडी डॉन , कंपनी की तर्ज कर भर्ती और काम लूट का
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खुलासाः ये है नोएडा की लेडी डॉन , कंपनी की तर्ज कर भर्ती और काम लूट का

नोएडा   पुलिस ने सेक्टर-76 में पिस्तौल के बल पर इंजीनियर की क्रेटा कार लूटने की घटना में शामिल दो अन्य बदमाशों को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले की मास्टरमाइंड युवती और उसका प्रेमी अभी फरार हैं। पुलिस ने बताया कि गिरोह की सरगना युवती ने ऐप के माध्यम से बेरोजगार युवकों को नौकरी पर रखकर कार लूट करवाई थी। पूरी वारदात में महिला भी अन्य बदमाशों के साथ थी।

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डीसीपी नोएडा हरीश चंदर ने बताया कि गिरोह की सरगना बरेली की पीहू द्विवेदी ने अपने साथी मनोज के साथ एक गिरोह बनाया। पीहू ह्यजॉब है ऐप के माध्यम से बेरोजगार युवकों से संपर्क करती थी। उनका साक्षात्कार लेती थी। इसके बाद सिक्योरिटी सुपरवाइजर और रिकवरी एजेंट की नौकरी बेरोजगार युवकों को आॅफर की जाती थी। कुछ ऐसा ही क्रेटा लूट के मामले में हुआ। पीहू और उसके प्रेमी ने गिरफ्तार ओमेंद्र, शिवेंद्र और राहुल को नौकरी के लिए बुलाया और कहा कि वे लोग फाइनेंस रिकवरी का काम करते हैं। इसके बाद कथित रिकवरी एजेंट की नौकरी के नाम पर तीनों को पिछले महीने 18-18 हजार रुपये की सैलरी पर रख लिया गया। पीहू ने शुक्रवार को अपने दोस्त और तीनों कथित रिकवरी एजेंट के साथ जाकर सेक्टर-76 में क्रेटा कार, नगदी और ज्वेलरी लूट ली थी। पीहू और उसके साथी की गिरफ्तारी के बाद ही इस पूरे प्रकरण और पहले की गई घटनाओं से पर्दा उठेगा। युवती और उसके प्रेमी की तलाश में दबिश जारी है। आरोपियों की पहचान मिर्जापुर के उमेंद्र बहादुर सिंह और रीवा के शिवेंद्र सिंह के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से दो तमंचा,चाकू और 3260 रुपये की नकदी सहित अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं। क्रेटा कार को युवती और उसका साथी पांच लाख रुपये में बेचने की फिराक में थे। इस मामले में एक आरोपी को पूर्व में मुठभेड़ के दौरान दबोचा जा चुका है।

दरिंदगी की दी थी झूठी सूचना
एडिशनल डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि पीहू ने कुछ माह पूर्व फेज तीन थाने में शिकायत दी थी कि उसके साथ कुछ युवकों ने जबरन दरिंदगी की है। इसके बाद सेंट्रल नोएडा पुलिस में हड़कंप मच गया था। आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। जांच के दौरान सामने आया कि युवक से पैसे वसूलने के लिए उसने दुराचार की झूठी सूचना पुलिस को दी थी। पीहू ने तारा और मानस्वी शुक्ला के नाम से भी अपना आधार कार्ड बनवाया है। घटना के पहले तक वह अपने दोस्त संग सेक्टर-122 स्थित एक पीजी में रह रही थी। पीहू ने दिल्ली विश्वविद्यालय के एक नामचीन कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की है।

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