China News: चीन ने हाल ही में भारत को तिब्बत से जुड़े मुद्दों पर “सावधानी” बरतने की चेतावनी दे डाली, खासकर दलाई लामा के उत्तराधिकारी के चयन को लेकर भारत के केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू की टिप्पणी देने के बाद।
चीन ने किरेन रिजिजू के इस बयान पर नाराज़गी जाहिर की है दलाई लामा अपने उत्तराधिकारी का चुनाव अपनी इच्छा के अनुसार करेंगे और इसमें किसी और को हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है। साथ ही साथ चीन का कहना है कि दलाई लामा का पुनर्जन्म चीनी कानूनों और धार्मिक परंपराओं के अनुसार होना चाहिए, जिसमें बीजिंग की मंजूरी भी शामिल है।
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने भारत से “अपने शब्दों और कार्यों में सावधानी बरतने” और तिब्बत से संबंधित मुद्दों के बहाने चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप बंद करने का आग्रह किया है, आगे चलकर दोनों देशों के संबंधों पर इसका असर न पड़े।
भारत ने भी स्पष्ट किया है कि वह दलाई लामा और उनकी परंपराओं का सम्मान करता है, विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत हमेशा धर्म की स्वतंत्रता का समर्थन करता रहा है। किरेन रिजिजू ने भी स्पष्ट किया है कि उनकी टिप्पणी एक बौद्ध अनुयायी के रूप में थी, न कि सरकार के प्रतिनिधि के रूप में।
यह चेतावनी दलाई लामा के 90वें जन्मदिन समारोह से ठीक पहले आई है, जिसमें किरेन रिजिजू और एक अन्य केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले हैं।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में आया है जब भारत और चीन 2020 के सीमा गतिरोध विवाद के बाद अपने संबंधों को स्थिर करने की कोशिश में लगे हुए है ।
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