राजधानी दिल्ली, नोएडा,गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा समेत पूरे एनसीआर में में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए निर्माण गतिविधियों पर तत्काल रोक लगा दी गई है। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसका ऐलान किया। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रदूषण को देखते हुए पूरी दिल्ली में निर्माण गतिविधियों को रोक दिया गया है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा के सभी बड़े प्रोजेक्ट को भी रोका गया है। यदि कोई उल्लंघन करता है तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा।
श्रमिकों को मिलेंगे 5000 रूपये
वहीं सीएम केजरीवाल ने कहा कि मैंने श्रम मंत्री मनीष सिसोदिया को इस अवधि के दौरान हर निर्माण श्रमिक को वित्तीय सहायता के रूप में 5000 रुपये प्रति माह देने का निर्देश दिया है, मजूरों को यह राशि तब तक मिलेगी जब तक निर्माण गतिविधियों की अनुमति नहीं मिल जाती है।
बताया जा रहा है कि दिल्ली-एनसीआर में पराली का धुआं और स्थानीय प्रदूषण लोगों का दम घोंट रहा है। केंद्र की वायु मानक संस्था सफर इंडिया के मुताबिक, पराली जलाने से उठना वाला धुआं और स्थानीय स्तर पर होने वाला प्रदूषण दिल्ली-एनसीआर में हवा के खतरनाक होने का कारण साबित हुआ है। सतही हवा अपने साथ पराली का धुआं भी दिल्ली-एनसीआर लेकर पहुंच रही है, जिससे प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी दर्ज हो रही है।
सफर के मुताबिक, 2.5 से बड़े कणों की पीएम 10 में 58 फीसदी हिस्सेदारी दर्ज हुई है। पीएम 10 का स्तर 427 व पीएम 2.5 का स्तर 249 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर दर्ज किया गया। रोक के बावजूद पंजाब में 1842, हरियाणा में 88, उत्तर प्रदेश में नौ, दिल्ली में एक, मध्यप्रदेश में 142 और राजस्थान में 27 जगहों पर पराली जलाने की घटनाएं रिकॉर्ड हुई हैं। इससे एक दिन पहले पंजाब में 2131 और हरियाणा में 70 जगहों पर पराली जलने की घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं।