National Day Celebration: नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 11 और 12 मार्च 2025 को दो दिवसीय मॉरीशस यात्रा पर जाएंगे और मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। यह जानकारी विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने शनिवार को एक प्रेस वार्ता में दी।
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भारत-मॉरीशस के ऐतिहासिक संबंध
विदेश सचिव ने बताया कि भारत और मॉरीशस के संबंध साझा इतिहास, संस्कृति और मजबूत आपसी संबंधों पर आधारित हैं। हिंद महासागर क्षेत्र में भारत मॉरीशस को प्रमुख भागीदार मानता है। 2015 में प्रधानमंत्री मोदी ने मॉरीशस से ही ‘मिशन सागर’ की घोषणा की थी, जो क्षेत्र में सुरक्षा और विकास को बढ़ावा देने का उद्देश्य रखता है। प्रधानमंत्री मोदी के राष्ट्रीय दिवस समारोह में शामिल होने के अलावा, भारतीय रक्षा बलों की एक टुकड़ी भी परेड में भाग लेगी। इसके साथ ही, भारतीय नौसेना का एक जहाज भी मॉरीशस पहुंचेगा और भारतीय वायुसेना की ‘आकाश गंगा’ स्काईडाइविंग टीम समारोह में विशेष प्रदर्शन करेगी।
भारत का मॉरीशस को समर्थन
चागोस द्वीप पर मॉरीशस के दावे को लेकर विदेश सचिव ने कहा कि भारत मॉरीशस के संप्रभुता के दावे का समर्थन करता है। भारत ने हमेशा उपनिवेशवाद-विरोधी रुख अपनाया है और मॉरीशस की क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने की वकालत की है।
उच्च स्तरीय राजनयिक और आर्थिक सहयोग
मॉरीशस ने 2014, 2019 और 2024 में प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया।
2023 में जी-20 शिखर सम्मेलन में मॉरीशस ‘विशेष आमंत्रित’ था।
भारत और मॉरीशस के बीच समुद्री सुरक्षा, व्यापार, विकास साझेदारी, और अंतर्राष्ट्रीय मंचों में सहयोग मजबूत है।
भारत ने मॉरीशस को 35.3 करोड़ डॉलर की सहायता दी, जिससे मेट्रो परियोजना, सुप्रीम कोर्ट बिल्डिंग और सामाजिक आवास योजनाओं का विकास हुआ।
भारत मॉरीशस का प्रमुख व्यापारिक साझेदार
मॉरीशस, भारत में एफडीआई का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत है (सिंगापुर के बाद)।
भारत और मॉरीशस के बीच 2021 में ‘व्यापक आर्थिक सहयोग और साझेदारी समझौते’ (CECPA) पर हस्ताक्षर हुए।
11 भारतीय सार्वजनिक उपक्रम मॉरीशस में कार्यरत हैं, जिनमें भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, एलआईसी और इंडियन ऑयल शामिल हैं।
संस्कृति और शिक्षा में सहयोग
मॉरीशस की 70% आबादी भारतीय मूल की है।
1976 में महात्मा गांधी संस्थान (MGI) की स्थापना भारतीय संस्कृति के प्रचार के लिए हुई।
विश्व हिंदी सचिवालय मॉरीशस में स्थित है, जिसका उद्घाटन 2018 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया था।
भारत हर साल मॉरीशस के छात्रों को 60 छात्रवृत्तियां देता है और हजारों भारतीय छात्र मॉरीशस में पढ़ाई करते हैं।
पर्यटन और वीजा नीतियां
मॉरीशस भारतीयों के लिए वीजा मुक्त यात्रा की सुविधा देता है।
कोविड से पहले हर साल 80,000 भारतीय मॉरीशस जाते थे और 30,000 मॉरीशस पर्यटक भारत आते थे।
मोदी की यात्रा के संभावित प्रभाव
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा से समुद्री सुरक्षा, व्यापार, विकास साझेदारी, स्वास्थ्य, एसएमई (छोटे और मध्यम उद्यम), वित्तीय सहयोग और लोगों के बीच संबंधों को और मजबूती मिलेगी। प्रधानमंत्री की यह यात्रा भारत और मॉरीशस के बीच ऐतिहासिक और रणनीतिक संबंधों को एक नई ऊंचाई पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
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