Nuh News: बेकसूर लोगों पर पुलिस बर्बरता के खिलाफ पुलिस कप्तान से मिले आफताब अहमद

Nuh News नूंह विधायक व कांग्रेस विधायक दल उपनेता चौधरी आफ़ताब अहमद ने सोमवार को नूंह पुलिस कप्तान नरेंद्र बिजारणिया आईपीएस से बैठक की जिसमें मेवात के बेकसूर लोगों को गलत तरीके से फंसाने का मुद्दा उठाया गया। तीन दिन पूर्व विधायक आफताब अहमद ने इस मामले को जिला कांग्रेस मुख्यालय नूंह पर प्रेस वार्ता कर उठाया था कि कैसे पुलिस निर्दोष लोगों को प्रताड़ित कर रही है। विधायक आफताब अहमद ने पुलिस कप्तान से कहा कि 23 लोगों को 17 दर्ज मामलों में आरोपी बनाया गया है और उनमें ऐसे लोग भी शामिल हैं जो 70 फीसदी तक अपाहिज भी हैं।
निर्दोष लोगों को इस तरह से फंसाकर प्रताड़ित करना सही नहीं है, इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। पुलिस प्रशासन दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे लेकिन किसी भी निर्दोष को अनावश्यक तंग ना करे। इसे तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए। उन्होंने कहा कि मामले को न्यायालय में तो लडा जा ही रहा है लेकिन अगर निर्दोष लोगों पर पुलिस की गलत कार्यवाई नहीं रूकी तो सड़क पर भी धरना-प्रदर्शन किये जाएंगे। विधायक आफताब अहमद ने पुलिस कप्तान से कहा कि वो न्याय करें ताकि लोगों का पुलिस प्रशासन में यकीन बना रहे, पूरी तहकीकात करें की कौन दोषी है कौन बेकसूर फिर तथ्यों पर कार्रवाई करें और लोगों को न्याय दें। पुलिस कप्तान ने आश्वासन दिया कि किसी को भी निर्दोष नहीं फंसाया जाएगा। बता दें कि विधायक आफताब अहमद को पीड़ित परिजनों ने मिलकर अवगत कराया था कि नगीना थाने में काफी लोगों पर 17 – 17 केस एक साथ लगा दिए गए हैं,जो पुलिस की लापरवाही व गलत मानसिकता को दर्शाता है। जिन लोगों की जांच हो चुकी उन्हें फिर से बुलाकर परेशान किया जा रहा है और झूठे मामलों में फंसाने की गलत कारवाई चल रही हैं, प्रोडक्शन वारंट लेकर लोगों को तंग करने व पुलिस प्रशासन की बर्बरता अभी तक जारी है।
वहीं पत्रकारों के मोनू मानेसर से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा कि न्यायालय अपना काम कर रही हैं और उन्हें न्यायिक प्रणाली पर भरोसा है। तथ्यों के आधार पर अदालत फैसला करेंगे और दोषियों को सजा व बेकसूरों को न्याय मिलेगा। इस दौरान पीसीसी सदस्य महताब अहमद, पीडितों के परिजन भी विधायक के साथ मौजूद थे। महताब अहमद ने कहा कि निर्दोष लोगों पर पुलिस प्रशासन की गलत कारवाई के खिलाफ हर स्तर पर जोरदार तरीके से आवाज उठाई जा रही है, अगर हालात नहीं सुधरे तो सड़क पर शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन तक किए जाएंगे। न्यायालय में भी मामले को लडा जा रहा है, उम्मीद है सकारात्मक नतीजे मिलेंगे।
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