Uttar Pradesh News: लखनऊ। प्रदेश के युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए योगी सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को लोकभवन स्थित ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में व्यावसायिक शिक्षा विभाग के 1510 चयनित अनुदेशकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इसके साथ ही प्रदेश के सभी जिलों में सांसदों और विधायकों ने भी सफल अभ्यर्थियों को नियुक्तिपत्र देकर उनके सपनों को साकार करने में सहभागी बने।
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सरकार का कहना है कि “सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास” के मंत्र के साथ युवाओं को कौशल और रोजगार से जोड़ना सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि कुल 1851 अनुदेशकों के चयन की प्रक्रिया पूरी हो रही है, जिससे 286 राजकीय आईटीआई में गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण सुनिश्चित होगा।
आईटीआई का बड़ा नेटवर्क और सस्ती पढ़ाई
प्रदेश में 324 राजकीय आईटीआई और करीब 3000 निजी आईटीआई संचालित हो रहे हैं। यहां 82 से अधिक ट्रेड में 1.84 लाख युवाओं को प्रशिक्षण की सुविधा है। किसी भी युवा की आर्थिक स्थिति प्रशिक्षण में बाधा न बने, इसके लिए सरकारी आईटीआई की फीस मात्र 40 रुपये मासिक तय की गई है। वहीं निजी आईटीआई में पढ़ने वाले छात्रों को फीस प्रतिपूर्ति और छात्रवृत्ति की सुविधा दी जाती है।
5000 करोड़ से 150 आईटीआई का उन्नयन
सरकार ने भविष्य की तकनीकों जैसे सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रिक व्हीकल, 3D प्रिंटिंग और डिजिटल कम्युनिकेशन में प्रशिक्षण देने के लिए टाटा टेक्नोलॉजीज और 18 वैश्विक कंपनियों के सहयोग से 150 आईटीआई का उन्नयन किया है। इस परियोजना पर 5000 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। हर साल 15 हजार से अधिक युवा इस आधुनिक प्रशिक्षण का लाभ उठा रहे हैं। अब 62 और आईटीआई को अपग्रेड करने पर काम शुरू हो चुका है।
Uttar Pradesh News: कौशल विकास मिशन का असर
पिछले आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के जरिए 14 लाख युवाओं को प्रशिक्षित किया गया, जिनमें से 5.65 लाख को रोजगार मिला। इसके अलावा, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना से 1.80 लाख ग्रामीण युवा प्रशिक्षित हुए, जिनमें 1.30 लाख को सेवायोजन मिला।
कारीगरों और छात्रों तक लाभ
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से 1.20 लाख पारंपरिक कारीगरों को प्रशिक्षण और ब्याजमुक्त ऋण मिला। वहीं प्रोजेक्ट प्रवीण के तहत माध्यमिक विद्यालयों में 20 हजार छात्रों को कौशल प्रशिक्षण और प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।
रोजगार मेले और इंटर्नशिप भी सहारा
प्रदेश में अब तक 1736 रोजगार मेले आयोजित किए जा चुके हैं, जिनसे 4.13 लाख युवाओं को नौकरी मिली। प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के तहत 500 से अधिक प्रतिष्ठित कंपनियों में ढाई हजार युवाओं को इंटर्नशिप का अवसर मिला है। सरकार का दावा है कि इन प्रयासों से प्रदेश के युवा न केवल देश बल्कि विदेशों में भी रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर हासिल कर रहे हैं।

