व्हाइट हाउस ने गुरुवार को इसकी पुष्टि की, जिसमें प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप अपनी एशिया यात्रा के हिस्से के रूप में मलेशिया, जापान और दक्षिण कोरिया का दौरा करेंगे। ट्रंप ने मुलाकात को लेकर आशावादी रुख अपनाते हुए कहा, “मुझे लगता है कि हम बहुत अच्छा समझौता करेंगे, और हर कोई बहुत खुश होगा।” उन्होंने जोर देकर कहा कि शी जिनपिंग से उनकी पहली बातचीत फेंटेनिल (एक खतरनाक नशीली दवा) के मुद्दे पर होगी, जिसके पूर्ववर्ती रसायनों की आपूर्ति में चीन की भूमिका को अमेरिका जिम्मेदार ठहराता है।
व्यापार युद्ध का पृष्ठभूमि: दुर्लभ मिट्टी और सोयाबीन का संकट
यह बैठक अक्टूबर की शुरुआत में बढ़े तनावों के बीच आ रही है, जब चीन ने दुर्लभ मिट्टी (रेर अर्थ) खनिजों के निर्यात पर कड़े नियंत्रण लगाए, जो इलेक्ट्रॉनिक्स और रक्षा उद्योग के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसके जवाब में ट्रंप प्रशासन ने चीनी आयात पर 100 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा की, जो 1 नवंबर से प्रभावी होंगे। अमेरिकी किसानों पर इसका बुरा असर पड़ रहा है, खासकर सोयाबीन निर्यात पर, जहां चीन की मांग में भारी गिरावट आई है। ट्रंप ने कहा कि वे शी के साथ सोयाबीन खरीदारी बहाल करने पर समझौता करने की उम्मीद कर रहे हैं।
रॉयटर्स मार्केट रंडाउन के अनुसार, यह मुलाकात शुल्क लागू होने से महज 48 घंटे पहले हो रही है, जो वैश्विक बाजारों में अस्थिरता पैदा कर सकती है। अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि ग्रेग ग्रीर और वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट पहले ही मलेशिया में चीनी अधिकारियों से बातचीत कर चुके हैं ताकि बैठक को पटरी पर रखा जा सके। हालांकि, बीजिंग की ओर से सख्त रुख के कारण उम्मीदें कम हो रही हैं, जहां चीनी अधिकारियों ने कहा कि “शुल्क और व्यापार युद्ध किसी के हित में नहीं हैं, और मुद्दों को परामर्श से सुलझाना चाहिए।”
संभावित परिणाम और वैश्विक प्रभाव
विश्लेषकों का मानना है कि यदि समझौता होता है, तो यह न केवल शुल्कों को टाल सकता है बल्कि सोयाबीन और दुर्लभ मिट्टी जैसे मुद्दों पर राहत दे सकता है। ट्रंप ने यहां तक इशारा किया कि बातचीत व्यापार से आगे बढ़कर परमाणु हथियारों पर भी हो सकती है, हालांकि मुख्य फोकस व्यापार पर रहेगा।
दक्षिण कोरिया के सुरक्षा सलाहकार वाई सुंग-मिन ने कहा कि सियोल उम्मीद कर रहा है कि यह यात्रा क्षेत्रीय सुरक्षा और अमेरिकी शुल्कों पर प्रगति लाएगी।
एशिया यात्रा के दौरान ट्रंप मलेशिया में एएसईएएन शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और जापान में द्विपक्षीय चर्चाएं करेंगे। शी जिनपिंग भी 30 अक्टूबर से 1 नवंबर तक दक्षिण कोरिया में रहेंगे। यदि बैठक विफल रहती है, तो ट्रंप-शी शिखर सम्मेलन रद्द हो सकता है, जैसा कि मलेशिया में अमेरिकी-चीनी अधिकारियों के बीच चली चर्चाओं से संकेत मिला है।
यह विकास वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध का असर स्टॉक मार्केट से लेकर आपूर्ति श्रृंखला तक फैला हुआ है। रॉयटर्स के अनुसार, ट्रंप की “डील-मेकिंग” क्षमता इस क्षेत्र में परीक्षा की घड़ी है।

